नेपाल की सबसे प्रसिद्ध चीज क्या है? - nepaal kee sabase prasiddh cheej kya hai?

नेपाल जितनी खूबसूरत जगह है यहां का खान-पान उतना ही सादा। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं कि यहां आकर आपको खाने की दिक्कत होगी। वेज-नॉनवेज की भरपूर वैराइटी मिलती है यहां।

भारत का पड़ोसी देश होने के नाते नेपाल का खानपान भी यहां से काफी मिलता-जुलता है। जैसे यहां के ज्यादातर लोगों का मनपंसद खाना दाल-चावल है ऐसे ही नेपाल में दाल-भात। यहां जाकर एक बात तो तय है कि आपको खाने-पीने के ऑप्शन्स की कमी नहीं होगी। नॉन वेजिटेरियन्स के लिए ही नहीं वेजिटेरियन्स के लिए भी यहां ढ़ेरों वैराइटी अवेलेबल है। तो अगर आप नेपाल जा रहे हैं तो इन डिशेज़ को चखना न भूलें। 

नेपाल में मशहूर डिशेज़   

सेल रोटी

सेल रोटी दिखने में डोनट जैसी होती है। जो नेपाल के फेमस स्ट्रीट फूड्स में से एक है और साथ ही नेपाली फेस्टिवल्स में घर-घर में इसका स्वाद चखने को मिल जाएगा। हांलाकि ये डोनेट के मुकाबले कम मीठी होती है।

चतुमारी

चावल के आटे का केक हैं जो सूखे मांस, अंडे या फिर सब्जियों से बनाए जाते हैं। दिखने में ये पिज्जा जैसे लगते हैं।

बारा

ये नेपाल का एक बहुत ही मशहूर स्नैक्स है। चावल के आटे से बनने वाले इस पैनकैक को आप ऐसे भी खा सकते हैं। वैसे इसे अंडे या बफैलो मीट की टॉपिंग के साथ भी सर्व किया जाता है।

थोन

यह सफेद बीयर होती है जो फर्मेंटेड चावल से बनाई जाती है।    

योमारी

योमारी यहां की बहुत ही खास डिश है जो ज्यादातर फेस्टिवल के दौरान बनाई जाती है। मछली के शेप वाली इस डिश को भी चावल के आटे से ही बनाया जाता है। जिसके अंदर नारियल का भरावन होता है।

गुंड्रुक

नेपाल में बहुत ही पॉप्युलर, गुंड्रूक को सब्जियों की सूखी पत्तियां से बनाया जाता है। अचार में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका स्वाद हल्का मशरूमी और हल्का नमकीन होता है जिसे नेपाली करी के अलावा दाल-भात के साथ भी खाया जाता है।   

दाल-भात

दाल-भात भी यहां के पारंपरिक डिशेज में से एक है। जिसे रेस्टोरेंट्स में भी सर्व किया जाता है। दाल को कई सारी सीज़नल सब्जियों और मीट करी (पालक, आलू, मशरूम, चिकन, बफैलो मीट) के साथ परोसा जाता है। ये एक तरह से पूरा मील है।

जुजू धाऊ  

दही, जिसे मिट्टी के बर्तन में सर्व किया जाता है। जो भैंस के दूध से बनता है। नेपाली उत्सवों के अलावा ये वहां के स्ट्रीट फूड्स का भी खास हिस्सा है।

मोमोज

मोमोज़ का असली स्वाद तो नेपाल में ही चखने को मिलता है। बारीक कटी सब्जियों या मीट को राइस पेपर में लपेटकर उसे स्टीम या फिर ड्रीप फाई करके तीखी मिर्च की चटनी और सूप के साथ सर्व किया जाता है। 

सांधेको

ये एक सलाद होती है जो आलू, मूंगफली, मिर्च, प्याज, धनिया के पत्ते और मसालों के साथ बनाई जाती है। जो यहां का बहुत ही मशहूर स्नैक्स है।       

Edited By: Priyanka Singh

नेपाल एक बहुत ही खूबसूरत देश है। यहां के प्राकृतिक नजारे देखना तो अद्भुत है। पोखरा, काठमांडू, नगरकोट, भक्तपुर, सागरमथ नेशनल पार्क, चितवन नेशनल पार्क, जनकपुर, लुम्बिनी आदि कई जगहे हैं जहां आपको हिमालय के दर्शन के साथ ही झील, सरोवर और जंगल के दर्शन भी होंगे। यहां पर्यटन के लिए कई हिल स्टेशन भी हैं जहां जाकर आपका मन रोमांचित हो जाएगा। आओ जानते हैं यहां के प्रमुख 15 धार्मिक स्थलों की संक्षिप्त जानकारी।


1.पशुपतिनाथ मंदिर, काठमांडू : विश्व में दो पशुपतिनाथ मंदिर प्रसिद्ध है एक नेपाल के काठमांडू का और दूसरा भारत के मंदसौर का। दोनों ही मंदिर में मुर्तियां समान आकृति वाली है। नेपाल का मंदिर बागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। यह मंदिर भव्य है और यहां पर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। केदारनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर के दोनों ज्योतिर्लिंग मिलकर ही पूर्ण ज्योतिर्लिंग बनता है।

2. जानकी मंदिर, जनकपुर : रामायण काल में मिथिला के राजा जनक थे। उनकी राजधानी का नाम जनकपुर है। जनकपुर नेपाल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह नेपाल की राजधानी काठमांडू से 400 किलोमीटर दक्षिण पूरब में बसा है। यह शहर भगवान राम की ससुराल के रूप में विख्यात है। इस नगर में ही माता सीता ने अपना बचपन बिताया था। कहते हैं कि यहीं पर उनका विवाह भी हुआ। विवाह पंचमी के अवसर पर लोग अक्सर इस मंदिर में आते हैं। कहते हैं कि भगवान राम ने इसी जगह पर शिव धनुष तोड़ा था। यहां मौजूद एक पत्थर के टुकड़े को उसी धनुष का अवशेष कहा जाता है। यहां धनुषा नाम से विवाह मंडप स्‍थित है इसी में विवाह पंचमी के दिन पूरी रीति-रिवाज से राम-जानकी का विवाह किया जाता है।

3. महामाया गुजरेश्वरी शक्तिपीठ, काठमांडू : नेपाल में पशुपतिनाथ मंदिर के निकट स्‍थित है गुजरेश्वरी मंदिर जहां माता के दोनों घुटने (जानु) गिरे थे। इसकी शक्ति है महशिरा (महामाया) और भैरव को कपाली कहते हैं। वैसे इसका सही नाम है गुह्येश्वरी। पशुपतिनाथ मंदिर से कुछ दूरी पर बागमती नदी के दूसरी तरफ स्थित इस मंदिर में विराजमान देवी नेपाल की अधिष्ठात्री देवी के रूप में भी पूजी जाती हैं।

4. गंडकी मुक्तिनाथ मंदिर : नेपाल में गंडकी नदी के तट पर पोखरा नामक स्थान पर स्थित मुक्तिनाथ मंदिर, जहां माता का मस्तक या गंडस्थल अर्थात कनपटी गिरी थी। इसकी शक्ति है गण्डकी चण्डी और शिव या भैरव चक्रपाणि हैं। इस शक्तिपीठ में सती के "दक्षिणगण्ड" (कपोल) का पतन हुआ था। यह मंदिर पोखरा से 125 किलोमीटर दूर है।

5. मिथिला- उमा (महादेवी शक्तिपीठ) : इस शक्तिपीठ को 3 स्थानों पर माना जाता है। पहला उग्रतारा मंदिर, सहरसा बिहार, दूसरा जयमंगला देवी मंदिर समस्तीपुर, बिहार और तीसरा वनदुर्गा मंदिर जनकपुर नेपाल। इसमें से नेपाल की मान्यता ज्यादा है। भारत-नेपाल सीमा पर जनकपुर रेलवे स्टेशन के निकट मिथिला में माता का बायां स्कंध गिरा था। इसकी शक्ति है उमा और भैरव को महोदर कहते हैं। नेपाल के जनकपुर से 15 किलोमीटर पूर्व की ओर मधुबनी के उत्तर पश्चिम में उच्चैठ नामक स्थान का वनदुर्गा मंदिर है यही मुख्‍य शक्तिपीठ है।

6. पवित्र काली गंडकी नदी : अधिकतर शालिग्राम नेपाल के मुक्तिनाथ, काली गण्डकी नदी के तट पर पाया जाता है। 33 प्रकार के शालिग्राम होते हैं जिनमें से 24 प्रकार को विष्णु के 24 अवतारों से संबंधित माना गया है। माना जाता है कि ये सभी 24 शालिग्राम वर्ष की 24 एकादशी व्रत से संबंधित हैं। इस नदी को साक्षात विष्णु का रूप ही माना जाता है।

7. चांगुनारायण मंदिर : यह मन्दिर काठमांडू से 8 मील दूर भक्तपुर स्थान पर स्थित है। भक्तपुर में कई शानदार हिन्दू मंदिर है जो वास्तुकला के लिए जग प्रसिद्ध है। आपको यहां बहुत-से मंदिर दिखेंगे और यहां के बाजार से आप अद्भुत वस्तुएं खरीद सकते हैं। भक्तपुर को भक्तों का शहर भी कहा जाता है। भूकंप से इस शहर में भारी तबाही हुई थी। चांगुनारायण मंदिर प्राचीन मंदिर नेपाल के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है जिसमें विष्णु भगवान के साथ शेषनाग की प्रतिमा विराजमान है। यह नेपाल का सबसे प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण 4वीं शताब्दी में किया गया था और 1702 ई. में इस मंदिर का निर्माण फिर से किया गया था। इसे यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में जगह दी गई है।

8. दंतकाली : माता सती की मृत्यु के बाद भगवान शिव जब उनका मृत शरीर लेकर जा रहे थे, तब इस स्थान पर माता सती का दांत टूट कर गिर गया था। इस वजह से इस स्थान का नाम दंतकाली पड़ा। यह मन्दिर धरण में विजयापुर के हिलचौक के मध्य स्थित है.

9. बुद्ध का जन्म स्थान : भगवान गौतम बुद्ध का जन्म नेपाल के लुंबिनी में हुआ था। उनकी माता कपिलवस्तु की महारानी महामाया देवी जब अपने नैहर देवदह जा रही थीं, तो उन्होंने रास्ते में लुम्बिनी वन में दो साल वृक्षों के नीचे बुद्ध को जन्म दिया। कपिलवस्तु और देवदह के बीच नौतनवा स्टेशन से 8 मील दूर पश्चिम में रुक्मिनदेई नामक स्थान के पास उस काल में लुम्बिनी वन हुआ करता था।

10. स्वायंभुनाथ (बंदर मंदिर) : यह स्थान भी बौद्ध धर्म का केंद्र है। इस मंदिर के कुछ हिस्सों में बंदरों के निवास की वजह से इस मंदिर को मंकी टेम्पल के रूप में भी जाना-जाता है। स्वायंभुनाथ बौधनाथ मंदिर काठमांडू के पश्चिम में एक पहाड़ी की चोटी पर करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्वयंभू स्तूप, भगवान की आंखों से चित्रित इस मंदिर परिसर का सबसे मुख्य आकर्षण है।

11. बुदानिकंथा : यह काठमांडू से 8 किलोमीटर दूर शिवपुरी पहाड़ी की तलहटी में स्थित है। यहां एक प्राकृतिक पानी के सोते के ऊपर 11 नागों की सर्पिलाकार कुंडली में भगवान विष्णु विराजमान हैं।

12. वराह क्षेत्र : यह पूर्वी नेपाल में सप्त कोशी और कोका नदियों के संगम पर स्थित है. कहा जाता है कि इसी स्थान पर भगवान विष्णु के अवतार वराह ने हिरण्यकश्यप का वध किया था।

13. दक्षिणकाली : माता काली का यह मंदिर काठमांडू से 14 मील की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर को बनाने के लिए स्वंय माता ने राजा के सपने में आकर कहा था।

14. बज्रयोगिनी : हिन्दू और बौद्ध दोनों धर्मों की आस्था का केंद्र यह मंदिर काठमांडू घाटी के पास साली नदी के किनारे सांखू में स्थित है। यहां देवी की प्रतिमा को अनेक आभूषणों से सुशोभित किया गया है।

15. मनकामना : यह मन्दिर काठमांडू से 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां एक किसान ने गलती से एक पत्थर पर चोट मार दी थी जिसके चलते उस पत्थर से रक्त और दूध निकलने लगा। बाद में यहां लोगों ने देवी की स्थापना कर मंदिर बना दिया। इस मंदिर में आने वाले लोगों की मनोकामना पूर्ण होती है इसीलिए इसका नाम मनकामना मंदिर है।

नेपाल में कौन सी चीज मशहूर है?

पोखरा को नेपाल के सबसे लोकप्रिय टूरिस्ट प्लेस में गिना जाता है. यह हिमालय की तलहटी में फैला हुआ एक महानगरीय शहर है. यहां की खूबसूरती देखने के लिए हर साल लाखों लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचते हैं. बता दें कि पोखरा नेपाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जो 900 मीटर से ज्यादा की उंचाई पर मौजूद है.

नेपाल में कौन सी चीज सस्ती मिलती है?

भारत में नेपाल से सिगरेट सस्ती होती है। स्थानीय सिगरेट के एक पैक की औसत लागत 151 INR (240 NPR) है ।

नेपाल का सबसे सुंदर शहर कौनसा है?

काठमांडू (Kathmandu) नेपाल की राजधानी काठमांडू बेहद सुंदर है. काठमांडू 1400 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ खूबसूरत शहर है, यहां साल भर ठंडक का एहसास और सुहाना मौसम होता है.

नेपाल में लड़कियां बिकती है क्या?

नेपाल की लड़कियां भी प्यार के मामले अच्छी मानी जाती हैं. ऐसा माना जाता है की यह एक गरीब देश होने की वजह से यहां की लड़कियां देह व्यापार में चली जाती हैं.

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