नौ ग्रह कौन कौन से है? - nau grah kaun kaun se hai?

  • 9 मसालों से सुधार सकते हैं अपनी ग्रह दशा

    ज्‍योतिष की दुनिया का तानाबाना इन 9 ग्रहों के इर्दगिर्द बुना जाता है। इन 9 ग्रहों की दशा, दिशा और स्थिति पर हम सबके जीवन से जुड़ी रुपये-पैसे करियर और प्रॉपर्टी से जुड़ी बातें निर्भर करती हैं। इन 9 ग्रहों को मजबूत बनाने के लिए घर की कुछ चीजें बड़ी असरदार मानी जाती हैं। इन्‍हीं चीजों में से एक हैं रसोई के मसाले। आज हम आपको बता रहे हैं 9 प्रकार के इन मसालों से कैसे सुधार सकते हैं अपनी ग्रह दशा…

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  • नमक से मजबूत होता है सूर्य

    नमक आपकी रसोई का सबसे महत्‍वपूर्ण हिस्‍सा माना जाता है। नमक का सेवन करने से हमारा सूर्य ग्रह मजबूत होता है। सूर्य को करियर और निरोगी शरीर का कारक माना जाता है। सूर्य को प्रसन्‍न करने से हमें आरोग्‍य की प्राप्ति होती है और करियर में भी काफी तरक्‍की होती है।

  • मेथी से मजबूत होता है मंगल

    मेथी का सेवन करने से हमारा मंगल मजबूत होता है। मंगल की शुभ और अनुकूल स्थिति जातक को निडर और साहसी बनाती है। नवग्रहों में इसे सेनापति का पद मिला हुआ है। इसके प्रभाव से जातक को शत्रुओं पर विजय पाने में सफलता मिलती है। मंगल के प्रभाव से जातक सामान्‍य रूप से किसी के आगे नहीं झुकता। पुलिस, सेना, अग्नि-शमन सेवाओं के क्षेत्र में मंगल का अधिकार है खेल कूद इत्यादि में जोश और उत्साह मंगल के प्रभाव से ही प्राप्त होता है।

  • सौंफ से बुध खुश

    सौंफ खाने से हमारा शुक्र और चंद्र मजबूत होता है। मंगलवार को सौंफ को गुड़ के साथ सेवन करें। जब आप घर से किसी काम के लिए निकल रहे हों, इससे आप का मंगल ग्रह आपका काम पूरा करने में साथ देता है। इसे मिश्री के साथ लें या उसके बिना भी लें खाने के बाद ,एसिडिटि और जी मिचलाने जैसी समस्या कम होने लगेंगी। वहीं सौंफ का सेवन करने से बुद्धिप्रदाता बुध भी बलशाली होता है। इससे व्यक्ति अपने जीवन में तमाम तरह के कष्टों से बचकर रहता है। कहते हैं कि कोई भी महत्वपूर्ण काम की शुरुआत करने से पहले थोड़ी सी सौंफ और गुड़ खा लेना चाहिए। इससे आपका काम सिद्ध होने की संभावना बढ़ जाती है।

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  • दालचीनी से शुक्र मेहरबान

    दालचीनी का प्रयोग मंगल ओर शुक्र ग्रह को ठीक करता है। अगर किसी का मंगल और शुक्र कुपित है, तो थोड़ी सी दालचीनी को शहद में मिलाकर ताज़े पानी के साथ लें। इससे आपकी शरीर में शक्ति बढ़ेगी और सर्दियों में कफ की समस्या कम परेशान करती है। दालचीनी के प्रयोग से शुक्र ग्रह बलशाली होता है और आपके वैवाहिक जीवन में सुख स्‍थापित होता है।

  • काली मिर्च से दूर होगी नकारात्‍मक शक्तियां

    काली मिर्च के सेवन से हमारा शुक्र और चंद्रमा अच्छा होता है। इसके सेवन से कफ की समस्या कम होती है और हमारी स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। तांबे के किसी बर्तन में काली मिर्च डालकर डाइनिंग टेबल पर रखने से घर को नज़र नहीं लगती है। इसके साथ ही काली मिर्च को वास्‍तु के हिसाब से भी बहुत उपयोगी माना जाता है। काली मिर्च के उपयोग से घर से नकारात्‍मक शक्तियां दूर होती हैं और घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है।

  • जौ से गुरु ग्रह मजबूत

    जौ के प्रयोग से सूर्य ग्रह और गुरु ग्रह ठीक होता है। जौ के आटे की रोटी खाने से पथरी कभी नहीं होती है। जौ का प्रयोग हवन में भी किया जाता है। हवन में जौ का प्रयोग करने से सूर्य ग्रह और गुरु ग्रह मजबूत होता है। जौ हमारी रसोई में आसानी से मिल जाती है। शनिवार को जौ और काले तिल बहते पानी में प्रवाहित करने से शनि की दशा में भी लाभ मिलता है।

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  • हरी इलायची बुध के लिए शुभ

    इसके प्रयोग से बुध ग्रह मजबूत होता है। अगर किसी को दूध पचाने में परेशानी होती है। तो हरी इलायची दूध में पकाकर उसका सेवन करें। ऐसा करने से कोई परेशानी होगी। यह उन लोगों के लिए उपयोगी है जिनको दूध अपनी सेहत बनाए रखने या कैल्सियम के लिए दूध को पीना पड़ता है पर उसको पीकर पचाने में समस्या आती है।

  • हल्दी से गुरु मजबूत

    हल्‍दी से गुणकारी हमारी रसोई में कुछ भी नहीं होता है। हल्‍दी के प्रयोग से हमारा गुरु गुणकारी होता है और शुभ फल की प्राप्ति होती है। हल्दी के सेवन से बृहस्पति ग्रह अच्छा होता है। हल्दी की गांठ को पीले धागे में बांधकर गुरुवार को गले में धारण करने से बृहस्पति के अच्छे फल मिलते हैं और यह तो हम सब को पता है की हल्दी का दूध पीने से आर्थराइटिस में ज़बर्दस्‍त फायदा मिलता है। जिनके घर में विवाह योग्‍य जातकों की शादी में समस्‍या आती है, उन्‍हें गुरुवार के दिन हल्‍दी की गांठ लाल कपड़े में बांधकर अपने कपड़े रखने के स्‍थान पर रख देनी चाहिए। ऐसा करने से जल्‍द ही उनके घर में खुशखबरी सुनाई देती है।

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9 ग्रह के नाम कौन कौन से हैं?

नवग्रह.
बृहस्पति.

नौ ग्रहों का स्वामी कौन है?

सूर्य आंखों, चंद्रमा मन, मंगल रक्त संचार, बुध हृदय, बृहस्पति बुद्धि, शुक्र प्रत्येक रस तथा शनि, राहू और केतु उदर का स्वामी है।

नवग्रह कितने होते हैं?

सूर्य या किसी अन्य तारे के चारों ओर परिक्रमा करने वाले खगोल पिण्डों को ग्रह कहते हैं। अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ के अनुसार हमारे सौर मंडल में आठ ग्रह हैं - बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, युरेनस और नेप्चून। इनके अतिरिक्त तीन बौने ग्रह और हैं - सीरीस, प्लूटो और एरीस।

नमक ग्रह कौन सा है?

प्लूटो (बौना ग्रह).

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