लिवर खराब होने से क्या क्या दिक्कत होता है? - livar kharaab hone se kya kya dikkat hota hai?

क्या आप जानते हैं, कि आपका लि‍वर ठीक से काम कर रहा है या नहीं ? कहीं आपका लि‍वर खराब तो नहीं हो रहा ? इन बातों के प्रति आपको सचेत रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि अगर आपका लि‍वर ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो आपको कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप इनसे बचना चाहते हैं, तो जानिए कि आपका लीवर ठीक से कार्य कर रहा है या नहीं।

यह जानने के लिए, कि आपको लि‍वर संबंधी कोई समस्या तो नहीं है, आपको शरीर की प्रतिक्रियाओं पर विशेष रूप से नजर रखना होगा और उनमें होने वाले बदलाव एवं लक्षणों को गंभीरता से लेना होगा।

1 कुछ लोगों को लि‍वर में सूजन आ जाती है, जिससे पेट का आकार बढ़ जाता है। ऐसे में इसे मोटापा समझने की गलती करना आपको परेशानी में डाल सकता है। अगर आपको उस स्थान पर समय-समय पर दर्द हो रहा हो, तो चिकित्सक को जरूर दिखाएं।

2 अत्यधिक थकान होना, त्वचा का रूखा होना और आंखों के आसपास काले घेरे हो जाना कभी-कभी लि‍वर की खराबी का नतीजा भी होता है। लि‍वर कमजोर होने की स्थिति में त्वचा क्षतिग्रस्त, बेजान हो जाती है, और बालों से जुड़ी समस्याएं भी होती है।

3 लि‍वर खराब होने की स्थिति में पेशाब का रंग बदल जाता है। ऐसा होने पर पेशाब का रंग गहरा हो जाता है। इसके अलावा जॉन्ड‍िस के लक्षण जैसे नाखूनों व आंखों के सफेद भाग का पीला हो जाना भी इसमें शामिल है।

4 अगर भूख न लगने की समस्या या फिर पेट में गैस बनना व बदहजमी जैसी समस्याएं लगातार हो रही हैं, तो इसे भी लिवर की खराबी का एक लक्षण माना जाता है। इसके साथ ही छाती में जलन और भारीपन भी होता है।

5
बुखार न होने पर भी मुंह का स्वाद खराब हो जाना और लगातार कड़वापन बना रहना, यह भी लिवर की खराबी के कारण हो सकता है। यही नहीं लिवर की खराबी होने पर अमोनिया की अधि‍कता के कारण मुंह से बदबू आना भी शुरू हो जाता है।

लिवर खराब होने के क्या लक्षण हैं? - Liver Kharab Hone Ke Lakshan

Hexahealth Care Team Friday, 04 November 2022

अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार २०१५ में भारत के ३,६६,००० लोगों की मृत्यु लिवर बीमारी के कारण हुई है। आमतौर पर लिवर की बीमारी होने पर इसके लक्षण दिखाई नही देते हैं जिससे समय पर उपचार नही मिल पाता है और यह जानलेवा साबित होता है। 

यदि लिवर की बीमारी सही समय पर पता लग जाए तो इसका उपचार किया जा सकता है। इसलिए लिवर की बीमारी के लक्षण जानना जरूरी हो जाता है। आइए इस आर्टिकल में देखते हैं कि लिवर की बीमारी कैसे होती है, इसके लक्षण क्या होते हैं और इसके इलाज क्या हैं। 

Table of Contents

  1. लिवर क्या है? - What is Liver in Hindi?
  2. लिवर खराब होने के कारण - Causes of Liver Damage in Hindi
  3. लिवर रोगों के प्रकार - Types of Liver Diseases in Hindi
  4. लिवर खराब होने के लक्षण - Symptoms of Liver Damage in Hindi
  5. लिवर खराब होने के जोखिम कारक - Risk Factors For Liver Damage in Hindi
  6. लिवर का निदान - Liver Diagnosis in Hindi
  7. लिवर खराब होने पर उपचार - Liver Damage Treatment in Hindi
  8. निष्कर्ष - Conclusion
  9. अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
  10. सम्बंधित डॉक्टर
  11. सम्बंधित अस्पताल

लिवर क्या है? - What is Liver in Hindi?

लिवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जो हर जरूरी काम करता है जिससे हमारा शरीर स्वस्थ बना रहे। यह पेट के दाएं तरफ फेफड़े से बिल्कुल नीचे लगा हुआ होता है। लिवर शरीर के लगभग सभी रसायनों को नियंत्रित करने का काम करता है। 

लिवर पित्त को बनाता है जो चर्बी को पचाने में मुख्य भूमिका निभाता है। किडनी और पेट से आने वाले रक्त के रसायनों को नियंत्रित करता है। यह ब्लड प्लाज्मा के लिए निर्धारित प्रोटीन का भी निर्माण करता है। हमारे खून को साफ करने से लेकर चोट लगने पर खून के थक्के बनाने को भी नियंत्रित करता है। 

इसके अलावा भी लिवर कई अन्य जरूरी काम करता है; तभी हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। इसलिए लिवर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी होता है। 

लिवर खराब होने के कारण - Causes of Liver Damage in Hindi

लिवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार लिवर के बीमारी का कारण पता करना भी मुश्किल हो जाता है। लिवर खराब होने के मुख्य कारण इस प्रकार हैं: 

  1. संक्रमण: कई बार वायरस या परजीवी के कारण हमारे लिवर में संक्रमण हो सकता है जिससे लिवर में सूजन आ सकता है और इसे काम करने में परेशानी आ सकती है। हेपेटाइटिस ए, बी और सी वायरस के कारण अक्सर लिवर में संक्रमण देखने को मिलता है। 
  2. स्वप्रतिरक्षित रोग: कुछ लोगों को स्वप्रतिरक्षित (ऑटोइम्यून) रोग होता है। इस रोग में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) अंगों को खत्म करने की कोशिश करता है जिससे लिवर में भी खराबी आ सकती है। जैसे ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस में प्रतिरक्षा प्रणाली लिवर पर हमला करती है और प्राइमरी बिलियरी कोलंजाइटिस में प्रतिरक्षा प्रणाली पित्त के नालियों को नष्ट करने लगती है। 
  3. अनुवांशिक कारण: कई बार कुछ जन्मजात बीमारियां भी लिवर को खराब करने लगती हैं जैसे हेमोक्रोमैटोसिस ( अनुवांशिक बीमारी जिसके कारण लिवर तथा अन्य अंगों में आयरन इकट्ठा हो जाता है) और विल्सन की बीमारी ( अनुवांशिक बीमारी जिसके कारण लिवर व अन्य अंगों में कॉपर इकट्ठा हो जाता है)
  4. कैंसर के कारण: जब लिवर में कैंसर कोशिकाएं बनने लगती हैं तो ये लिवर में घातक खराबी पैदा करती हैं। 
  5. अन्य कारण: शराब के अधिक सेवन, कुछ दवाइयों के कारण, लिवर में चर्बी बढ़ने के कारण भी लिवर खराब हो जाता है।

लिवर रोगों के प्रकार - Types of Liver Diseases in Hindi

लिवर रोगों के कई प्रकार हो सकते हैं लेकिन कुछ मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं: 

  1. नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर: जब लिवर में अधिक चर्बी जमा हो जाती है तो इसे फैटी लिवर की बीमारी कहते हैं। यह बीमारी अक्सर गलत खान - पान और मोटापे के कारण होती है।
  2. एल्कोहलिक फैटी लिवर: यह बीमारी अक्सर अधिक शराब के सेवन से होती है। कई सालों से शराब का सेवन करने से लिवर में सूजन आ जाता है 
  3. हेपेटाइटिस ए: यह बीमारी अक्सर दूषित पानी, खाने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होती है।
  4. हेपेटाइटिस बी: यह बीमारी अक्सर असुरक्षित सेक्स, गर्भवती मां से बच्चे में, संक्रमित व्यक्ति के खून से फैलती है। हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति को अगर टीका लगा हुआ है तो संक्रमण से बचा जा सकता है
  5. हेपेटाइटिस सी: यह बीमारी अक्सर संक्रमित इंजेक्शन की वजह से होती है। इससे लिवर में सूजन आ जाता है। इसके कारण लिवर सिरोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। हेपेटाइटिस सी के लिए वर्तमान में कोई टीका उपलब्ध नहीं है।
  6. लिवर सिरोसिस: हेपेटाइटिस संक्रमण या लंबे समय से शराब का सेवन करने के कारण लिवर सिरोसिस की बीमारी हो जाती है। इस स्थिति को ठीक नही किया जा सकता है लेकिन लिवर में हो रही खराबी को बढ़ने से रोका जा सकता है। 
  7. हेमोक्रोमाटोसिस: यह एक प्रकार का विकार है जिसमे कई अंगों जैसे हृदय, लिवर, अग्न्याशय, पिट्यूटरी ग्रंथि में आयरन की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में लिवर सिरोसिस, डायबिटीज, गठिया जैसे रोग होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
  8. लिवर कैंसर: जब लिवर में बेवजह कोशिकाओं का निर्माण होने लगता है जिसकी जरूरत लिवर को नहीं होती तो इसे लिवर कैंसर कहते हैं।

अक्सर मामलों में लिवर खराब होता रहता है लेकिन इसका पता नही लग पाता है। इसके लक्षण तब दिखते हैं जब लिवर काफी खराब हो चुका होता है। लिवर खराब होने पर ये लक्षण दिख सकते हैं: 

  1. भूख न लगना 
  2. अचानक वजन घटना 
  3. हमेशा थकान सा महसूस होना 
  4. मल का रंग बिल्कुल पीला हो जाना 
  5. जी मिचलाना और उल्टी होना
  6. पेट, पीठ, हाथ और पैर की त्वचा में खुजली होना 
  7. बड़े आसानी से चोट लगना और खून बहना 
  8. पैरों या एड़ियों में सूजन आ जाना 
  9. पेट फूला हुआ महसूस होना 
  10. पेट में दर्द होना 
  11. पेशाब का रंग गहरा होना 

लिवर खराब होने के जोखिम कारक - Risk Factors For Liver Damage in Hindi

वैसे तो कई संक्रामक वजहों से लिवर में संक्रमण हो सकता है और लिवर खराब होना शुरू हो सकता है लेकिन कुछ लोगों में अन्य वजहों से भी लिवर खराब होने का जोखिम रहता है। निम्नलिखित लोगों में लिवर खराब होने की संभावना रहती है: 

  1. शराब का अधिक सेवन करने वालों में 
  2. मोटापा होना 
  3. टाइप २ डायबिटीज 
  4. असुरक्षित संबंध बनाने से 
  5. अनुवांशिक कारणों से 
  6. कुछ रसायनों ( जैसे कार्बन टेट्राक्लोराइड और विनाइल क्लोराइड ) के संपर्क में रहने से भी लिवर को नुकसान पहुंचता है। 

लिवर का निदान - Liver Diagnosis in Hindi

अगर आपके शरीर में लिवर खराब होने के लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच करवाएं। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर लिवर का निदान इस प्रकार कर सकते हैं: 

  1. लिवर फंक्शन टेस्ट: इस टेस्ट में खून के प्रोटीन, लिवर एंजाइम और बिलीरुबिन के स्तर का पता चलता है।
  2. इमेजिंग टेस्ट: अल्ट्रा साउंड, सीटी स्कैन या एमआरआई स्कैन टेस्ट से लिवर में हो रही खराबी का पता चलता है।  
  3. लिवर बायोप्सी: लिवर बायोप्सी में लिवर के ऊतकों का एक छोटा सा टुकड़ा निकाला जाता है और इसे लैब में जांच के लिए भेज दिया जाता है। अक्सर लिवर बायोप्सी करने से पहले मरीज को हल्की एनेस्थीसिया दी जाती है जिससे मरीज को दर्द न हो। 

लिवर खराब होने पर उपचार - Liver Damage Treatment in Hindi

लिवर का उपचार इसके निदान पर निर्भर करता है। लिवर के निदान के बाद रोग का पता चल जाता है। लिवर में हुए रोग के अनुसार डॉक्टर आपका उपचार करते हैं। अलग - अलग रोगों के लिए अलग उपचार किए जाते हैं। लिवर में होने वाले कुछ मुख्य रोगों के उपचार निम्नलिखित हैं: 

  1. अल्कोहलिक फैटी लिवर का उपचार: इस बीमारी में सबसे पहले डॉक्टर शराब के पूरी तरह छोड़ने की सलाह देते हैं। इसके अलावा कुछ स्टेरॉयड दिए जाते हैं। अगर नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर अधिक गंभीर हुआ तो लिवर ट्रांसप्लांट करना भी पड़ सकता है।
  2. नॉन एल्कोहलिक फैटी लिवर का उपचार: इस बीमारी का कोई मानक ( स्टैंडर्ड ) इलाज नही है। इस स्थिति में डॉक्टर आपके लक्षणों को कम करने के लिए कुछ दवाईयां दे सकते हैं। इस रोग में डॉक्टर अक्सर मोटापा कम करने की सलाह देते हैं। 
  3. हेपेटाइटिस में उपचार: हेपेटाइटिस ए और बी से संक्रमित होने पर सबसे पहले टीका लगाया जाता है। हालांकि हेपेटाइटिस सी के लिए कोई टीका नही है और इसके लिए कुछ दवाईयां दी जाती हैं। अगर ये संक्रमण लंबे समय के लिए होते हैं और लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर की स्थिति पैदा करते हैं तो लिवर ट्रांसप्लांट की आवश्यकता पड़ सकती है। 
  4. लिवर सिरोसिस का उपचार:  लिवर सिरोसिस लिवर की खराबी का गंभीर मामला होता है जिसे वापस ठीक नही किया जा सकता है। लिवर सिरोसिस को घरेलू उपाय जैसे व्यायाम करने से,शराब बिल्कुल न लेने से, स्वस्थ डायट लेने से और कुछ दवाइयों की मदद से बढ़ने से रोका जा सकता है। 
  5. लिवर कैंसर में उपचार:  लिवर कैंसर के उपचार के लिए कई विकल्प होते हैं जैसे सर्जरी, लिवर ट्रांसप्लांट, एबलेशन, रेडिएशन थैरेपी और कीमोथेरेपी आदि। डॉक्टर आपके लिवर में खराबी के स्थिति के अनुसार लिवर कैंसर का इलाज करते हैं। 

निष्कर्ष - Conclusion

इस लेख में हमने जाना कि लिवर हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह कई विशेष कार्य करता है। गलत जीवनशैली और कुछ बीमारियों के कारण लिवर में खराबी आ सकती है जिसके लक्षण कुछ हफ्तों या महीनों में दिखते हैं। डॉक्टर लक्षणों को ध्यान में रखते हुए लिवर का निदान करते हैं और बीमारी का पता लगने पर उचित उपचार शुरू करते हैं। 

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अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल

लिवर खराब हो जाता है तो कैसे पता चलता है?

कई वजहों से हमारा लिवर खराब हो जाता है जैसे कुछ वायरस, खानपान और जीवनशैली, शराब का अधिक सेवन, आदि। शुरू में लिवर खराब होने पर अक्सर कोई लक्षण देखने को नहीं मिलता है इसलिए अधिकतर मरीजों को लिवर खराब होने का पता नहीं चल पाता है। अगर लिवर में सामान्य से अधिक खराबी आई तो यह लक्षण देखने को मिल सकते हैं : त्वचा और आंखों का पीला पड़ना जिसे हम पीलिया या जॉन्डिस कहते हैं, पेट में सूजन और दर्द, पैरों और एड़ी में दर्द ,शरीर में खुजली, मल का पीला होना, हमेशा थकान रहना, जी मिचलाना और उल्टी होना, भूख न लगना , कहीं भी चोट लगने के बाद घाव का निशान बनना। इन लक्षणों के दिखने पर आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए। डॉक्टर द्वारा जांच करने के बाद आपको वास्तव में पता लग जाएगा कि आपके लिवर में कोई खराबी है या नही। इसके अनुसार डॉक्टर आपको उचित उपचार की सलाह देंगे। 

लिवर पर सूजन आने से क्या परेशानी होती है?

प्रायः लिवर में सूजन हैपेटाइटिस या चर्बी जमा होने के कारण होता है लेकिन कभी - कभी लिवर में सूजन होना खतरनाक रोगों जैसे हार्ट फेल या कैंसर का संकेत भी हो सकता है। इसलिए लिवर में सूजन होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए। आमतौर पर लिवर में सूजन आने पर ये परेशानियां होती हैं पेट में गैस या भारीपन महसूस होना, पेट के दाएं और ऊपरी हिस्से में दर्द होना, शरीर का थका - थका रहना, भूख कम लगना या जी मिचलाना, प्रूराइटिस यानी त्वचा में खुजली होना।

लिवर कमजोर होने के लक्षण क्या होते हैं?

लिवर में कमजोरी कई कारणों से आती है जैसे हैपेटाइटिस इन्फेक्शन, शराब का अधिक सेवन, अधिक वसायुक्त भोजन, अनुवांशिक कारण, आदि। लिवर में कमजोरी आने पर शरीर थका - थका सा रहता है, बदन में खुजली होती है, भूख कम लगती है, आंखें और त्वचा पीली पड़ जाती हैं, शरीर का वजन तेजी से घटता है, पैरों और पेट में सूजन आ जाता है और पेशाब का रंग गहरा हो जाता है। इन सभी लक्षणों के दिखने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और जांच करानी चाहिए। 

लिवर की बीमारी कैसे होती है?

लिवर, शरीर का एक ऐसा अंग है जिसके स्वस्थ न रहने पर पूरा शरीर बीमार पड़ जाता है। लिवर की बीमारी कई कारणों से होती है, इनमे से कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं: वायरस के कारण जैसे हैपेटाइटिस ए, बी, सी, अनुवांशिक कारण, ऑटोइम्यून की बीमारी होना, शराब का अधिक सेवन करना, मोटापा होना, खान - पान और जीवनशैली खराब होना, कुछ दवाइयों या उपचार के दुष्प्रभाव के कारण।

लिवर कब खराब होता है?

अक्सर लिवर में खराबी आने पर कोई लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं। जब खराबी के कारण लिवर को काम करने में दिक्कत आती है तब कुछ लक्षण दिखने शुरू होते हैं जैसे पीलिया, पेट के दाएं हिस्से में दर्द आदि। लिवर इन निम्नलिखित कारणों से खराब होना शुरू होता है:इन्फेक्शन के कारण, अनुवांशिक कारण, कैंसर के कारण लिवर में खराबी, जीवनशैली और खान - पान।

लिवर को ठीक करने के लिए क्या खाना चाहिए?

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए आमतौर पर सभी हरी पत्तेदार सब्जियां और फल फायदेमंद होते हैं। खासतौर पर लिवर को स्वस्थ रखने के लिए निम्न भोज्य पदार्थ लिए जा सकते हैं अंगूर, कांटेदार नाशपाती, चुकंदर, मेवा, अखरोट, हल्दी, कॉफी और चाय। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए साफ पानी खूब पीना चाहिए।

लिवर खराब होने पर क्या करें ?

लिवर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे हेपेटाइटिस संक्रमण,वसायुक्त आहार, शराब का अधिक सेवन इत्यादि। लिवर खराब होने के शुरुआती स्तर पर आपको लक्षण नही दिखते हैं लेकिन जब लिवर के काम में बांधा आने लगती है तब इसके लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं। लिवर खराब होने पर आपकी त्वचा में खुजली होती है, शरीर थका - थका सा रहता है, अचानक वजन घटने लगता है,पेट और पैरों में सूजन हो सकता है, पीलिया ( जॉन्डिस ) हो सकता है और पेट के दाईं तरफ दर्द भी हो सकता है। अगर आपको ये सब लक्षण दिखते हैं तो आपको निम्न कदम उठाने चाहिए : 

सबसे पहले आपको नजदीकी लिवर या पेट विशेषज्ञ ( गैस्ट्रोलॉजिस्ट या हेपेटोलॉजिस्ट )  के पास जाना चाहिए। 

डॉक्टर वहां पर आपके पेट और लिवर की जांच के लिए लिवर बायॉप्सी करते हैं जिसमे ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआइ जांच शामिल होता है।

लिवर के डायग्नोसिस में लिवर खराब है या नही और कौन सी बीमारी है; इसका पता चल जाता है।  

लिवर कौन से रोग से ग्रसित है, यह पता चलने के बाद डॉक्टर उपचार शुरू करते हैं। 

डॉक्टर उपचार के साथ - साथ कुछ सावधानियां रखने और खान - पान के बारे में सलाह देते हैं। सावधानियों की बात करें तो डॉक्टर आपको व्यायाम करने, शराब न लेने की हिदायत और वसायुक्त भोजन से परहेज करने की सलाह दे सकते हैं। अगर खान - पान की बात करें तो कॉफी, चुकंदर एवं गाजर का जूस और हरी पत्तेदार सब्जियां लेने को कह सकते हैं।

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Updated on : Friday, 04 November 2022

लिवर खराब होने से पहले क्या संकेत देता है?

10 Symptoms of Liver Damage: लिवर खराब होने के 10 लक्षण.
खुजलीदार त्वचा.
त्वचा या आंखों का पीला पड़ जाना.
पेट में दर्द या सूजन.
पैर व टखनों में सूजन.
मल में पीलापन.
पेशाब का रंग गहरा होना.
भूख खत्म हो जाना.
जी मिचलाना या उल्टी होना.

लीवर कमजोर होने से क्या परेशानी होती है?

लीवर कमजोर होने के लक्षण क्या होते हैं? यदि आपका लीवर कमजोर हो रहा है तो आपके शरीर में कुछ विशेष लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसमें कमजोरी होना, भूख कम होना, उल्टी होना, नींद ना आना, दिनभर थकान महसूस होना, शरीर में सुस्ती बनी रहना, तेजी से वजन घटना और लीवर में सूजन जैसे लक्षण शामिल है।

Liver खराब होने पर कहाँ दर्द होता है?

क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक, लिवर की खराबी वाले ज्यादातर मरीजों में लगातार पेट दर्द की शिकायत देखी जाती है। वैसे तो पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं, हालांकि पेट के दाहिने हिस्से में पसलियों के ठीक नीचे लगातार दर्द बने रहने की समस्या को लिवर की गंभीर बीमारियों, विशेषकर लिवर डैमेज का संकेत माना जाता है।

लीवर फेल होने के आखिरी दिनों में क्या होता है?

कमजोरी और थकान क्योंकि जब लिवर का काम काज प्रभावित होता है और खाना सही से नहीं पचता है तो शरीर को एनर्जी नहीं मिलती, जिसकी वजह से कमजोरी और थकान महसूस होती है। इसके अलावा कई बार लिवर का सही से काम ना करना मेटाबोलिज्म को स्लो कर देता और तब आप जो भी खाते हैं उससे आपके शरीर को एनर्जी नहीं मिलती है।

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