क्या फैट लॉस में सोयाबीन खा सकते हैं? - kya phait los mein soyaabeen kha sakate hain?

Purnima Singh |

Navbharat Times | Updated: 15 Oct 2020, 9:58 am

सोयाबीन हेल्‍दी तरीके से वेट लॉस और वेट गेन करने में भी मदद करता है। बशर्ते उसे सीमित मात्रा में खाया जाए तो। सोयाबीन में फाइबर और प्रोटीन अत्यधिक मात्रा में होता है।

मोटापे से परेशान लोग वेट लॉस के लिए क्या-क्या नहीं करते। स्ट्रिक्ट डायट से लेकर एक्सर्साइज तक, वे हर संभव तरीके का सहारा लेते हैं। हालांकि ज्यादातर लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती कि अगर वे वजन घटाना चाहते हैं तो उन्‍हें कम कैलोरी और हाई प्रोटीन युक्‍त भोजन का सेवन करना चाहिए। प्रोटीन शरीर को मजबूत और सक्रिय बनाने में मदद करता है। इसके सेवन से मासपेशियां मजबूत बनती हैं और शरीर की सुस्ती दूर होती है। यदि आप दिनभर भारी व्‍यायाम करते हैं, तो प्रोटीन युक्‍त खाद्य पदार्थ जरूर लेना चाहिए। यदि आप सोच रहे हैं कि ऐसे में क्‍या खाएं और क्‍या नहीं, तो आज हम आपको कम कैलोरी और उच्च-प्रोटीन से भरे सोया चंक्स की एक रेसिपी बताने वाले हैं, जिसे नियमित डायट में शामिल करने से स्‍वाद भी मिलेगा और पेट भी कम होगा। लेकिन उससे पहले चलिए जानते हैं सोयाबीन के फायदों के बारे में...

सोया चंक्स न्‍यूट्रिशन लाभ

सोया चंक्स सोयाबीन से बनाया जाता है, जो अपने हाई-प्रोटीन कंटेंट और रेशेदार बनावट की वजह से काफी ज्‍यादा लोकप्रिय है। 100 ग्राम सोयाबीन के सेवन से शरीर की दैनिक प्रोटीन की जरूरत लगभग 70% पूरी हो सकती है। सिर्फ प्रोटीन ही नहीं, सोयाबीन में विटामिन और खनिज जैसे आयरन, पोटेशियम और कैल्शियम भी पाया जाता है। इसमें सैचरेटेड फैट की मात्रा भी कम होती है इसलिए हेल्दी डायट के लिए ये बहुत ही अच्छा ऑप्शन है।

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सोया चंक्स के फायदे

  1. सोयाबीन हेल्‍दी तरीके से वेट लॉस और वेट गेन करने में भी मदद करता है। बशर्ते उसे सीमित मात्रा में खाया जाए तो। सोयाबीन में फाइबर और प्रोटीन अत्यधिक मात्रा में होता है।
  2. ये दिल की बीमारियो के खतरे को कम करता है। इसमें मौजूद अनसैचुरेटेड फैट्स बैड कलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
  3. सोयाबीन में मौजूद फाइबर कोलोरेक्टल और कोलोन कैंसर के रिस्क को कम करता है।
  4. सोयाबीन में विटमिन, मिनरल के अलावा कैल्शियम, मैग्निशियम और कॉपर जैसे पोषक तत्व होते हैं, इसलिए यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
यहां जानें सोया चंक्स से बना पौष्टिक 'सोया चंक बाउल' की रेसिपी

सामग्री-


  • 1 कप सोया चंक्स
  • नमक स्वादानुसार
  • थोड़ा तेल
  • 1 चम्मच जीरा
  • 3-4 कटी हुई लहसुन की कलियां
  • 1 चम्मच कसा हुआ अदरक
  • 1 चम्मच लाल मिर्च
  • ½ चम्मच हल्दी
  • 1 कटा हुआ प्याज डालें
  • 1 कटा हुआ टमाटर
  • थोड़ी सी कसूरी मेथी
  • ½ चम्मच गरम मसाला
बनाने की विधि -
  1. सोया चंक्स को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। इसमें एक कप पानी और अपने हिसाब से नमक डालें। आप चाहें तो सेंधा नमक भी डाल सकते हैं।
  2. अब कुकर बंद कर दें और 2 सिटी आने तक पका लें।
  3. एक पेन में थोड़ा तेल डालें। इसमें जीरा, कटी हुई लहसुन की कलियां, अदरक, लाल मिर्च और ½ चम्मच हल्दी डालकर पकाएं।
  4. अब इसमें एक कटा हुआ प्याज डालें। जब प्याज लाल हो जाए तो इसमें एक कटा हुआ टमाटर डालें। इसमें स्वाद के हिसाब से थोड़ा नमक एड करें।
  5. अब पैन को ढंककर सभी इंग्रिडियंट्स को 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
  6. अब इसे ग्राइंडर में डालकर पीस लें। इसे फिर से पैन में डालें। आप चाहें तो थोड़ा पानी डालकर अच्छी तरह पैन में निकाल लें।
  7. अब इसे 2-3 मिनट तक पकाएं। फिर इसमें उबाले हुए सोया चंक्स डालें। स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें थोड़ी कसूरी मेथी डाल दें। फिर गरम मसाला।
  8. अब पैन को ढंक दें और 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकने दें।
  9. अब इसे एक बाउल में सर्व कर लें और इंजॉय करें।
Also read: थायराइड के कारण वजन घटाना हो रहा है मुश्किल? आजमाएं ये 5 उपायसोयाबीन में न तो कलेस्ट्रॉल होता है और न ही लैक्टोस। इस लिहाज से सोयाबीन सेहत के लिए फायदे की चीज है।

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सोयाबीन को शाकाहारी मीट के रूप में भी जाना जाता है। इसे इसके अपने बेहतरीन स्वाद और टेक्स्चर के लिए लगभग हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। सोयाबीन न्यूट्रिशन का पावरहाउस है और प्लांट बेस्ट प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत है। यह शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन और अन्य विटामिन का बेस्ट सोर्स है।

यह एक प्रकार की फली होती हैं जिसकी खेती सबसे पहले एशिया के पूर्वी हिस्सों में हुई थी। ये फलियां एशियन डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और हजारों वर्षों से इनका सेवन किया जाता रहा है। सोयाबीन के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वे वर्सेटाइल हैं यानी कि आप इनका इस्तेमाल अपने आहार में कई तरह से कर सकते हैं जैसे सोया आटा, सोया प्रोटीन, टोफू, सोया मिल्क या सोया सॉस।

प्राकृतिक गुणों की अच्छाईयों से समृद्ध, सोयाबीन में एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट भरपूर होते हैं, जिनका पर्याप्त सेवन आपके स्वास्थ्य को बेहतर करता है। इतना ही नहीं, सोयाबीन में फाइबर, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी अच्छी मात्रा में होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने, मोटापे से लड़ने जैसे फायदे देते हैं।

आइए जानते हैं कि आपको सोयाबीन का सेवन क्यों करना चाहिए, इनमें कौन-कौन से पोषक तत्व होते हैं और आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल कैसे कर सकती हैं-

Table of Contents

  • सोयाबीन में मौजूद पोषक तत्व (Nutrition Facts of Soybeans)
  • सोयाबीन के फायदे (Benefits of Soybean)
  • मेटाबॉलिक एक्टिविटी में सुधार
  • प्रोटीन का अच्छा सोर्स
  • मेनोपॉज में फायदेमंद
  • वजन कम करने में मदद
  • कैंसर के रिस्क को कम करे
  • बोन हेल्थ को बेहतर करे
  • हार्ट हेल्थ को बढ़ाएं
  • पाचन में सुधार
  • सोयाबीन का इस्तेमाल कैसे करें (Ways to use soyabean)

सोयाबीन में मौजूद पोषक तत्व (Nutrition Facts of Soybeans) 

TOI

100 ग्राम उबले हुए सोयाबीन में निम्न पोषक तत्व होते हैं-

  • कैलोरी: 173
  • पानी: 63%
  • प्रोटीन: 16.6 ग्राम
  • कार्ब्स: 9.9 ग्राम
  • शुगर: 3 ग्राम
  • फाइबर: 6 ग्राम
  • विटामिन k1
  • फॉलेट
  • कॉपर
  • मैंगनीज
  • फॉस्फोरस
  • थियामिन
  • फाइटिक एसिड
  • फैट: 9 ग्राम
  • मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स: 1.98 ग्राम
  • पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स: 5.06 ग्राम
  • ओमेगा-3: 0.6 ग्राम
  • ओमेगा-6: 4.47 ग्राम

सोयाबीन के फायदे (Benefits of Soybean)

TOI

  • मेटाबॉलिक एक्टिविटी में सुधार
  • प्रोटीन का अच्छा सोर्स
  • मेनोपॉज में फायदेमंद
  • वजन कम करने में मदद
  • कैंसर के रिस्क को कम करे
  • बोन हेल्थ को बेहतर करे
  • हार्ट हेल्थ को बढ़ाएं
  • पाचन में सुधार

1. मेटाबॉलिक एक्टिविटी में सुधार

TOI

सोयाबीन प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। जब आपके शरीर को प्रोटीन की पर्याप्त आपूर्ति होती है, तो आपके शरीर की मेटाबॉलिज्म एक्टिविटीज में सुधार होता है जिससे आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। इससे मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने की आशंकाएं कम होती है।

2. प्रोटीन का अच्छा सोर्स

Freepik

प्लांट बेस्ड प्रोटीन के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक, सोयाबीन आपके शरीर को फिट और स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त पोषण और ऊर्जा देती है। इसके अलावा, एक कप उबले हुए सोयाबीन वास्तव में आपके शरीर को लगभग 29 ग्राम प्रोटीन देते हैं। इसके अलावा, यह शरीर को पर्याप्त ऊर्जा देता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी है, जो हृदय स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है।

3. मेनोपॉज में फायदेमंद

Freepik

सोयाबीन में आइसोफ्लेवोन्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं, जो महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए बेहद फ़ायदेमंद होते हैं। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजेन का स्तर कम हो जाता है और मूड स्विंग्स, दर्द आदि समस्याएं होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन का सेवन करना फ़ायदेमंद हो सकता है।

4. वजन कम करने में मदद

Freepik

सोयाबीन और सोयाप्रोडक्ट्स जैसे सोया मिल्क, सोया पनीर आदि में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो भूख को कम करते हैं। इससे आप ओवरईटिंग से बच जाते हैं और जरूर से अधिक कैलोर नहीं खाते जिससे वजन को मेनटेन किया जा सकता है। वही, सोयाबीन में अच्छी मात्रा में फाइबर और प्रोटीन पाए जाते हैं जो वजन बढ़ाने में भी मदद करते हैं। हालांकि, अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं तो आपको सोयाबीन की ज्यादा मात्रा का सेवन करना पड़ेगा।

5. कैंसर के रिस्क को कम करे

Freepik

इस समय में, कैंसर मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। सोया उत्पादों को सेवन करने से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर से रिस्क को कम किया जा सकता है। कुछ अध्ययन यह भी बताते हैं कि सोयाबीन पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के खिलाफ भी सुरक्षा कर सकती है। सोयाबीन में मौजूद कम्पाउंड जैसे आइसोफ्लेवोन्स और लूनसिन संभावित रूप से कैंसर से बचाव के लिए प्रभावी हो सकते हैं।

6. बोन हेल्थ को बेहतर करे

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उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है जिसमें हड्डियों के घनत्व में कमी फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ जाता है। सोया प्रोडक्ट्स का सेवन उन महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम कर सकता है जो मेनोपॉज से गुजर रही हैं। ऐसा इसमें मौजूद कम्पाउंड आइसोफ्लेवोन्स के कारण होता है।

7. हार्ट हेल्थ को बढ़ाएं

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सोयाबीन में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो आपके कुल कोलेस्ट्रॉल को, विशेष रूप से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। यह आपको एथेरोस्क्लेरोसिस और कोरोनरी हार्ट डिजीज जैसी कंडीशन से बचाव करने में मदद करता है, जिसके कारण दिल का दौरा और हार्ट स्ट्रोक का खतरा हो सकता है। एक अध्ययन से इसकी पुष्टि की गई है। इसके अलावा, सोयाबीन में मौजूद फैटी एसिड आपके हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

8. पाचन में सुधार

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हमारी डाइट में सबसे आम पोषक तत्वों में से एक डायटरी फाइबर है। सोयाबीन में फाइबर उच्च मात्रा में मौजूद होता है। आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए फाइबर जरूरी है, खासकर पाचन तंत्र को। फाइबर आपके बोवेल मूवमेंट्स को बेहतर करता है, जिससे आपके पाचन तंत्र को सही ढंग से चलाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह मांसपेशियों को संकुचित करता है जिससे आपके सिस्टम के जरिए भोजन को आसानी से पुश किया जा सकता है।

सोयाबीन का इस्तेमाल कैसे करें (Ways to use soyabean)

Freepik

सोयाबीन का उपयोग कई तरीकों से विभिन्न डिश को तैयार करने के लिए किया जा सकता है और कई अलग-अलग तरीके हैं जिनसे आप इन्हें अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। आप सोयाबीन को दाल के रूप

में पका कर खा सकते हैं या फिर रेगुलर मिल्क की जगह सोय मिल्क को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप सोया पनीर भी खा सकते हैं। आजकल मार्केट में सोयाबीन का तेल भी आसानी से उपलब्ध है जो कि वेजिटेबल ऑयल के लिए एक बेहद हेल्दी ऑप्शन है।। इसमें कई प्रकार के एसेंशियल फैटी एसिड मौजूद होते हैं जो आपको स्वस्थ रखते हैं।

हम आशा करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। अगर आप किसी विषय पर हमसे कुछ पूछना चाहते हैं तो हमें आपके सवालों के जवाब देने में खुशी होगी। आप हमें अपने सवाल कमेंट बॉक्स में लिख सकती हैं।

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सोयाबीन खाने से फैट बढ़ता है क्या?

8- सोयाबीन (Soybean)- नाश्ते में सोयाबीन और अंकुरित अनाज खाने से भी वजन बढ़ने लगता है. सोयाबीन में भरपूर प्रोटीन होता है, जिससे शरीर मजबूत होता है और वजन भी बढ़ता है.

क्या सोयाबीन वजन घटाने के लिए अच्छा है?

इसके साथ ही सोयाबीन में एमिनो एसिड भी पाया जाता है, जो वजन को कम (Weight Loss) करने में मदद कर सकते हैं. अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में सोयाबीन को शामिल कर सकते हैं. सोयाबीन में पाए जाने वाले पोषक तत्व डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. सोयाबीन मसल्स और शरीर के निमार्ण में भी मददगार है.

1 दिन में कितने सोयाबीन के दाने खाने चाहिए?

रोज कितना सोयाबीन खा सकते हैं? आप दिन भी 100 ग्राम सोयाबीन खा सकते हैं. 100 ग्राम सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा लगभग 36.5g होती है. इसका उपयोग पूरे दिन में 1 बार करने से यह आपके शरीर को काफी लाभ देता है.

सुबह खाली पेट सोयाबीन खाने से क्या होता है?

सोयाबीन खाने से हड्डियां मजबूत होती है। यह एस्ट्रोजन हार्मोन (इसे फीमेल हार्मोन भी कहते है) और हड्डियों के सुरक्षा में भी सहायक होता है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन्स (phytoestrogens) पाए जाते हैं, जो हड्डियों को कमजोर होने से बचा सकते हैं (3)।

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