गोपियां सोते जागते रात दिन किसका ध्यान करती है?
वे स्वयं को हारिल पक्षी के समान कहती हैं जिसने कृष्ण-प्रेम रूपी लकड़ी को दृढ़ता से थामा हुआ है। वे मन, वचन और कर्म से कृष्ण को मन में धारण किए हुए हैं। वे जागते-सोते, दिन-रात और यहाँ तक कि सपने में भी कृष्ण का नाम रटती रहती हैं।
भगवान कृष्ण की मृत्यु कब हुई थी?
*जरा नामक एक शिकारी ने श्रीकृष्ण को मृग समझकर विषयुक्त बाण चला दिया, जो उनके पैर के तलुवे में जाकर लगा और भगवान श्रीकृष्ण ने इसी को बहाना बनाकर देह त्याग दी। *उनका जन्म 3112 ईसा पूर्व हुआ था। इस मान से 3020 ईसा पूर्व उन्होंने 92 वर्ष की उम्र में देह त्याग दी थी।
सोए हुए श्री कृष्ण को शिकारी ने क्या समझा?
सोए हुए श्रीकृष्ण को शिकारी ने दूर से हिरन समझा और धनुष तानकर एक तीर मारा। तीर श्रीकृष्ण के तलुए को छेदता हुआ शरीर में घुस गया और उनके देहावसान का कारण बन गया।
श्री कृष्ण से कितना कुछ छूटा?
भगवान श्रीकृष्ण से कितना कुछ छूटा, पहले माता पिता छूटे फ़िर जो नंद यशोदा मिले वो भी छूटे संगी साथी छूटे राधा भी छूटीं गोकुल छूटा मथुरा छूटी जीवन भर उनसे कुछ ना कुछ छूटता ही रहा !! नहीं छूटा तो वो था देवत्व सकारात्मकता और मुस्कान