विषयसूची
- 1 कक्षा में विविधता से क्या तात्पर्य है?
- 2 शिक्षा में विविधता और समावेशन क्या है?
- 3 विभिनता के दो मुख्य प्रकार कौन कौन से हैं?
- 4 डाइवर्सिटी क्या होता है?
- 5 एक शिक्षक को कक्षाओं में विविधता और असमानता की समझ होना क्यों जरूरी है?
- 6 कक्षा में विविधता से आप क्या समझते हैं विविधता के विभिन्न लक्षणों और कारणों का वर्णन कीजिए?
- 7 विविधता और असमानता से आप क्या समझते हैं?
- 8 विविधता और असमानता क्या अंतर है?
- 9 विभिन्नता से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित स्पष्ट करो?
कक्षा में विविधता से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंविद्यालय में अध्ययनरत् बच्चे भविष्य में राष्ट्र का स्वरूप व दिशा निर्धारण करेंगे। शिक्षक बच्चों को कुम्हार की भाँति गढ़ता है और वांछित स्वरूप प्रदान करता है। इस गुरूतर दायित्व के निर्वहन के लिए शिक्षकों को बेहतर तरीके से तैयार करना होगा।
शिक्षा में विविधता और समावेशन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंशिक्षक के रूप में इतनी विविधता से भरे बच्चों को हमें कक्षा के भीतर सीखने का समावेशी वातावरण देना होता है। समावेशी शिक्षा अर्थात् ऐसी शिक्षा जो सबके लिए हो। विद्यालय में विविधताओं से भरे सभी प्रकार के बच्चों को एक साथ एक कक्षा में शिक्षा देना ही समावेशी शिक्षा है।
विभिनता के दो मुख्य प्रकार कौन कौन से हैं?
1 Answer
- एक ही माता-पिता की विभिन्न संतानों में अंतर पाये जाते हैं। इस प्रकार जीवधारियों के बीच में पाये जाने वाले अंतरों को विभिन्नताएँ कहते हैं। विभिन्नता के दो मुख्य प्रकार निम्नवत् हैं –
- दैहिक विभिन्नताएँ
- जननिक विभिन्नताएँ
इसे सुनेंरोकेंकक्षा ऐसी मिश्रित योग्यताओं वाले बच्चों का समूह है जिनकी पृष्ठभूमि सांस्कृतिक दृष्टि से भिन्न-भिन्न होती है। कोई भी दो बच्चे एक समान नहीं होते और कोई भी दो बच्चे समान तरीके से नहीं सीख सकते।
एक शिक्षक को अपनी कक्षा में विविधता को कैसे समझना चाहिए और उसका सम्मान कैसे करना चाहिए?
इसे सुनेंरोकेंसभी छात्रों से सम्मान के साथ व्यवहार करें और अपने अध्यापन के माध्यम से स्पष्ट कर दें कि आपके लिए सभी विद्यार्थियों बराबर हैं। उन सबके साथ सम्मान के साथ बात करें, जहाँ उपयुक्त हो उनकी राय को ध्यान में रखें और उन्हें हर एक को लाभ पहुँचाने वाले काम करके कक्षा की जिम्मेदारी लेने को प्रोत्साहित करें।
कक्षा में विविधता और असमानता से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंयह विविधता का रूप नहीं है, बल्कि गैर-बराबरी का रूप हैं। गैर-बराबरी का मतलब है कि कुछ लोगों के पास न अवसर हैं और न ही जमीन या पैसे जैसे संसाधन, जो दूसरों के पास हैं। यह लोगों के बीच मौजूद असमानता यानी गैर-बराबरी है। जाति व्यवस्था असमानता का एक और उदाहरण है।
डाइवर्सिटी क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंविभिन्न जगह के लोगों में उनके भाषा, रहन-सहन, खान-पान एवं पर्व-त्योहारों में विभिन्नता पाई जाती है। इसी विभिन्नता को विविधता (Diversity) करते हैं।
एक शिक्षक को कक्षाओं में विविधता और असमानता की समझ होना क्यों जरूरी है?
इसे सुनेंरोकेंआज एक शिक्षक के लिए जरूरी है कि वह बच्चों को जाने, समझे, कक्षा में उनके व्यवहार को समझे, उनके सीखने के लिए उपयुक्त माहौल तैयार करे, उनके लिए उपयुक्त सामग्री व गतिविधियों का चुनाव करे, बच्चे की जिज्ञासा को बनाए रखे, उन्हें अभिव्यक्ति का अवसर प्रदान करे व उनके अनुभवों का सम्मान करे।
कक्षा में विविधता से आप क्या समझते हैं विविधता के विभिन्न लक्षणों और कारणों का वर्णन कीजिए?
इसे सुनेंरोकेंविविधता का आशय व्यक्तियों एवं समूहों में पाई जाने वाली असमानताएं हैं। विविधता के अवधारणा में स्वीकृति एवं सम्मान सन्निहित होते हैं। इसका अर्थ यह समझ लेना है कि प्रत्येक व्यक्ति विशिष्ट एवं अनुपम होता है तथा हमें अपने वैयक्तिक भेदों को मान्यता देनी चाहिए। ये भेद प्रजाति, सजाति, लिंग (जेण्डर), लैंगिग अभिविन्यासों.
कक्षा में विविधता क्या है एक शिक्षक इसे शिक्षण के लिए संसाधन के रूप में कैसे उपयोग कर सकता है?
इसे सुनेंरोकेंउत्तरोत्तर सरकारों ने विविधता का महत्व समझने वाले समावेशी समाज के निर्माण में शिक्षा की अहम भूमिका को पहचाना है। एक विद्यालय प्रमुख होने के नाते आपको उस विविधता जो आपके विद्यालायी समुदाय में उपस्थि है, उसे पहचानना होगा और इस विविधता का एक शैक्षिक संसाधन और सीखने के अवसर के रूप में, उसका सर्वोतम उपयोग सीखना होगा।
कक्षागत समानता क्या है?
इसे सुनेंरोकेंवर्तमान विचार धारा के अनुसार शिक्षार्थी निष्क्रिय रूप से ज्ञान को ग्रहण करने की बजाय सक्रिय रूप से ज्ञान का सृजन करने वाला होता है। जब वह कक्षा में आता है तब उसके मस्तिष्क में कुछ पूर्व विचार, अनुभव व ज्ञान भी होते हैं। इन पूर्व विचारों, अनुभवों और धारणाओं के आधार पर वह अपने कक्षागत अनुभवों की व्याख्या करता है।
विविधता और असमानता से आप क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंविविधता, असमानता तथा प्रभावहीनता के रूप (प्रकार) कुछ बालक बुद्धिमान और कुछ कम बुद्धिमान होते हैं। कुछ शीघ्र सीख जाते हैं और कुछ जल्दी सीखने में असमर्थ होते हैं। (2) भाषा संबंधी विविधता व असमानता – कुछ बालक भाषा संबंधी अल्प ज्ञान के कारण कक्षा में पूर्णतः समझ पाने में असमर्थ रहते हैं।
विविधता और असमानता क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंविविधता संस्कृति, परंपरा, भोजन की आदतों, व्यवसाय, आदि में अंतर को कहते हैं। जबकि असमानता वह स्थिति है जब किसी व्यक्ति के पास संसाधन और अवसर नहीं होते हैं जो दूसरों के लिए उपलब्ध होते हैं।
विभिन्नता से आप क्या समझते हैं उदाहरण सहित स्पष्ट करो?
इसे सुनेंरोकेंजैसे आँखों एवं बालों का रंग/शारीरिक गठन, लम्बाई में परिवर्तन आदि जन्म के बाद की विभिन्नताएँ हैं। कायिक विभिन्नताएँ ऐसी विभिन्नताएँ कई कारणों से होती हैं। जैसे जलवायु एवं वातावरण का प्रभाव, पोषण के प्रकार, परिवेशीय जीवों के साथ परस्पर व्यवहार इत्यादि से ऐसी विभिन्नताएँ आ सकती हैं।
समावेशन से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकें“समावेशन एक प्रक्रिया है, जिसमे प्रत्येक विद्यालय को दैहिक, संवेगात्मक, तथा सीखने की आवश्यकता को पूरा करने के लिए संसाधनों का विस्तार करना होता है।”
भारतीय शिक्षा में समावेशन से क्या समझते हैं?
इसे सुनेंरोकेंमें प्रत्येक बच्चे की आवश्यकता पूरी हो । कक्षा में प्रत्येक छात्र की विशिष्ट आवश्यकता की पूर्ति करना ही समावेशी शिक्षा है। जिस प्रकार हमारे संविधान में सभी को समानता का अधिकार प्राप्त है, उसी प्रकार समावेशी दर्शन में भी सभी छात्रों को एक समान माना जाता है, उनके साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता है।