Published in Journal
Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education [JASRAE] (Vol:13/ Issue: 2) DOI: 10.29070/JASRAE |
Authors: Gaurav Suman*, Ramakant Sharma, |
Subjects: Multidisciplinary Academic Research |
Year: Jul, 2017
Volume: 13 / Issue: 2
Pages: 723 - 728 (6)
Publisher: Ignited Minds Journals
Source:
E-ISSN: 2230-7540
DOI:
Published URL: //ignited.in/I/a/252546
Published
On: Jul, 2017
Itihas में किसका महत्व होता है?
सांस्कृतिक दृष्टि से भी इतिहास का व्यापक महत्व है क्योंकि यह मानव मस्तिष्क एवं आचरण को सुसंस्कृत बनाने का प्रमुख एंव प्रभावपूर्ण साधन है। इसके अध्ययन से छात्र अपने देश की अतीत कालीन सभ्यता एवं संस्कृति के आधार पर वर्तमान संस्कृति को समझने में समर्थ होते हैं और उसके क्रमिक विकास का ज्ञान प्राप्त करते हैं।
इतिहास से क्या समझते हैं इतिहास की प्रकृति और महत्व का वर्णन करें?
इतिहास न केवल भूतकाल से सम्बन्धित है वर्तमान और भविष्य से भी इसका सम्बन्ध है। अतीत (भूतकाल) की घटनाओं से हम वर्तमान में प्रेरणा लेकर भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं या भविष्य के प्रति सजग रहते हैं। इतिहास पृथ्वी के धरातल पर घटित सभी घटनाओं का द्योतक है जो चाहे राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक अथवा सांस्कृतिक हो।
इतिहास की प्रकृति क्या है?
5 – इतिहास की प्रकृति बहुस्तरीय है: इतिहास प्राकृतिक रूप से बहु स्तरीय होती है। समाजिक जीवन में होने वाली छोटी बड़ी सभी घटनाओं का वर्णन इतिहास में होता है। यह सिर्फ है इतिहास के वर्चस्व तक सीमित नहीं होता है। अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक ने समाजिक एवं राजनीतिक पहलुओं को इसमें शामिल क्या जाता है।
इतिहास का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इतिहास का महत्त्वपूर्ण लक्ष्य वर्तमान सामाजिक और व्यक्तिगत समस्याओं को हल करना है जो कि वाणिज्य, विदेशी मामलों, धर्म, राजनीति आदि से जुड़ी होती हैं । छात्रों को समस्याओं का अध्ययन करने और निर्णय लेने के अवसर प्राप्त होते हैं । इतिहास की शिक्षा छात्रों के बीच राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देने में सहायता करती ।