इन-सीटू और एक्स-सीटू संरक्षण क्या है - in-seetoo aur eks-seetoo sanrakshan kya hai

बंगाल के औषधीय पौधे संकट में

संदर्भ
पश्चिम बंगाल के वन विभाग द्वारा प्रकाशित 600 पन्नों की एक अनूठी पुस्तक में राज्य के दक्षिण भाग में पाई जाने वाली 581 औषधीय पौधों का विस्तार से उल्लेख किया गया है। इनमें से अनेक संकट में हैं।  

प्रमुख बिंदु

  • इन औषधीय पौधों को राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित चार इन-सीटू (in situ) औषधीय पौध संरक्षण क्षेत्रों में तथा दो अन्य एक्स-सीटू (ex-situ) संरक्षण क्षेत्रों में संरक्षित किया जा रहा है । 
  • इस पुस्तक में शामिल अधिकांश पौधे आमलाचटी औषधीय पौध उद्यान के हैं, जो कि देश का सबसे बड़ा औषधीय पौध संग्रह क्षेत्र है। 
  • यह प्रकाशन न केवल देश में पौधों के लिये एक महत्त्वपूर्ण डाटा बैंक का कार्य करेगा बल्कि आम लोगों में अपने–अपने घर के आंगन या बगीचों में इन औषधीय पौधों के संरक्षण के बारे में दिलचस्पी पैदा करेगा।
  • गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की 20,000 औषधिय पौधों की सूची में भारत की  5000 औषधियों की प्रजातियाँ शामिल हैं। 

संकट का कारण

  • इनमें से अनेक पौधों के विलुप्त होने का कारण विभिन्न फार्मा कंपनियों द्वारा उनका कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल करना है। 

कुछ महत्त्वपूर्ण उपयोगी पौधे एवं उनका उपयोग 

  • ग्लोरियोसा सुपर्बा (Gloriosa superba ) - इस पौधे की जड़ें जहरीली होती हैं परन्तु इसमें एंटी-कार्सिनोजेनिक एवं एंटी- मलेरिया के गुण पाए जाते हैं। 
  • सारका असोका (Saraca asoca ) – इसका प्रयोग ह्रदय रोग में किया जाता है।
  • कैसिया फिस्टुला (Cassia fistula ) – पेट दर्द  एवं त्वचा रोगों में।
  • एस्परागस ओफिसिनालिस (Asparagus officinalis ) – पीलिया एवं गठिया में।
  • हेलिओट्रोपियम इंडीकम (Heliotropium indicum) – सर्प के काटने पर।
  • अदेनन्थेरा पैवोनिना  ( Adenenthera pavonina ) – यह कामोद्दीपक औषधि है।

इन-सीटू एवं एक्स-सीटू संरक्षण क्या है ?

  • जैव विविधता का संरक्षण दो तरीकों से किया जाता है।  इन-सीटू एवं एक्स-सीटू।
  • इन-सीटू संरक्षण वह है जिसमें पौधों अथवा जीवों का संरक्षण वहीं किया जाता है जहाँ वे प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं। 
  • जबकि एक्स-सीटू संरक्षण में पौधों अथवा जीवों का  संरक्षण किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर ले जाकर किया जाता है।  
  • जैव विविधता संरक्षण की दृष्टि से इन-सीटू को संरक्षण का बेहतर तरीका माना जाता है।

हेलो एवरीवन यहां पर एक प्रश्न दिया गया स्वस्थानी संरक्षण से क्या समझते हैं तो हमें यहां से संरक्षण के बारे में बताना है तो हम लिखेंगे जो जीवो के पारिस्थितिक तंत्र पारिस्थितिक तंत्र एवं तंत्र एवं उनके प्राकृतिक स्थान प्राकृतिक आवास एवं प्राकृतिक आवास में को क्या दिया जाता है संरक्षण दिया जाता है क्या दिया जाता है संरक्षण संरक्षण देकर क्या किया जाता है उनकी रक्षा की जाती है तो स्वयं क्या कहते हैं स्वच्छ पानी संरक्षण कहते हैं अब इसमें क्या किया जाता है जो पौधे एवं हम कहीं जीवा की व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्या बनाए रखने के लिए

क्या दिया जाता है संरक्षण दिया जाता है जिससे एग्जांपल अनदेखे राष्ट्रीय उद्यान राष्ट्रीय उद्यान इसके अलावा भूमंडल जीवमंडल एवं हम देखते हैं वन्य जीव अभ्यारण वन्य जीव अभ्यारण इन को क्या दी जाती है कानूनी सुरक्षा दी जाती क्या दिया किंतु कानूनी सुरक्षा दी जाती है इन स्थानों पर शिकार करना लकड़ी काटना है क्या होता है गैरकानूनी होता है जिससे क्या किया फिर क्या कर सकें सरकार बनेगी वहां पर

न्यू मंडल बनाई गई है और लगभग 90 राष्ट्रीय उद्यान राष्ट्रीय उद्यान और 448 के समथिंग क्या बनाए गए हैं वन्य जीव अभ्यारण वन्य जीव अभ्यारण वन्य जीव अभ्यारण देते हैं राष्ट्रीय उद्यान में यदि हम देखें के राष्ट्रीय उद्यानों ने बंगलादेश में पक्षियों को क्या दिया जाता था इस राष्ट्रीय उद्यान जो फॉर्म भरे उसमें टाइगर को आरक्षण दिया था इसी तरह से किया जा सकता निषेचन के पारिस्थितिक तंत्र में क्या दिया जाता जीव जंतु संरक्षण दिया जाता है तो हमारा संस्थान पूरा हुआ धन्यवाद

विषयसूची

  • 1 सीटू संरक्षण क्या है?
  • 2 जैव विविधता क्या है वर्णन कीजिए?
  • 3 जैव विविधता क्या है इसके संरक्षण की दो विधियों का उल्लेख कीजिए?
  • 4 जैव विविधता का संरक्षण कैसे और क्यों?
  • 5 इन सीटू संरक्षण क्या है Wikipedia?
  • 6 हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
  • 7 निर्वनीकरण क्या है इसके कारण तथा प्रभावों का वर्णन कीजिए?

सीटू संरक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंबाह्यस्थाने (एक्स सीटू) संरक्षण – इस संरक्षण में संकटोत्पन्न पादपों तथा जंतुओं को उनके प्राकृतिक आवास से अलग एक विशेष स्थान पर उनकी अच्छी देखभाल की जाती है और सावधानी पूर्वक संरक्षित किया जाता है। जंतु उद्यान, वनस्पतिय उद्यान तथा वन्य जीव सफारी पार्कों का यही उद्देश्य है।

जैव विविधता क्या है वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंजैव विविधता जीवन और विविधता के संयोग से निर्मित शब्द है जो आम तौर पर पृथ्वी पर मौजूद जीवन की विविधता और परिवर्तनशीलता को संदर्भित करता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (युएनईपी), के अनुसार जैवविविधता biodiversity विशिष्टतया अनुवांशिक, प्रजाति, तथा पारिस्थितिकि तंत्र के विविधता का स्तर मापता है।

वायु प्रदूषण का प्रमुख स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंप्राकृतिक स्रोत – जिसमें ज्वालामुखी क्रिया,वनों की आग, जैविक अपशिष्ट इत्यादि शामिल है. ज्वालामुखी विस्फोट के दौरान उत्सर्जित लावा, चट्टानों के टुकड़े, जल वाष्प, राख, विभिन्न गैसें इत्यादि वायुमण्डल को दूषित करते हैं. वनों की आग के कारण राख, धुंआ गैसें इत्यादि वायु को प्रदूषित करतीं है.

वायु प्रदूषण का मुख्य स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवायु प्रदूषण के प्राकृतिक स्रोत ज्वालामुखी विस्फोट, जंगल की आग, समुद्री लवण स्प्रे, जैविक क्षय, टेरपेन के फोटोकैमिकल ऑक्सीकरण, दलदल, अलौकिक निकाय फूलों, बीजाणुओं के पराग कण आदि हैं, पृथ्वी की पपड़ी में मौजूद रेडियोधर्मी खनिज रेडियोधर्मिता के स्रोत हैं। वातावरण में।

इसे सुनेंरोकेंजैव विविधता का संरक्षण दो तरीकों से किया जाता है। इन-सीटू एवं एक्स-सीटू। इन-सीटू संरक्षण वह है जिसमें पौधों अथवा जीवों का संरक्षण वहीं किया जाता है जहाँ वे प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं। जबकि एक्स-सीटू संरक्षण में पौधों अथवा जीवों का संरक्षण किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर ले जाकर किया जाता है।

जैव विविधता क्या है इसके संरक्षण की दो विधियों का उल्लेख कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंपृथ्वी पर पौधे और जानवरों के जीवन की विविधता, जिनमें से एक उच्च स्तर को आमतौर पर महत्वपूर्ण और वांछित माना जाता है | जैव-विविधता संरक्षण की दो विधि:- इन-सीटू संरक्षण – जैव विविधता का इन-सीटू संरक्षण उनके प्राकृतिक आवास के भीतर प्रजातियों का संरक्षण है।

जैव विविधता का संरक्षण कैसे और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंचूँकि जैव-विविधता मानव सभ्यता के विकास की स्तम्भ है इसलिये इसका संरक्षण अति आवश्यक है। जैव-विविधता हमारे भोजन, कपड़ा, औषधीय, ईंधन आदि की आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। जैव-विविधता पारिस्थितिक संतुलन को बनाये रखने में सहायक होती है।

वनों की कमी से क्या आशय है?

इसे सुनेंरोकेंसामान्य अर्थ में वन क्षेत्र में कमी आने को ही ‘वनों की कमी’ अथवा वनोन्मूलन कहते हैं। वन क्षेत्र में कमी अनेक कारणों से आती है। वनों की अनियोजित तथा अनियंत्रित कटाई भी इसका एक मुख्य कारण है। जितनी मात्रा में वन नष्ट किये जाते हैं यदि उसी अनुपात में इनका पुनः स्थापन नहीं किया जाये तो वन क्षेत्र निरन्तर कम होता जाता है।

Xc2 संरक्षण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजबकि प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले क्षेत्रों के बाहर जैव विविधता का संरक्षण एक्स-सीटू संरक्षण के रूप में जाना जाता है। यहाँ जंतुओं और पौधों का पालन किया जाता है या जूलॉजिकल या बॉटनिकल पार्क जैसे क्षेत्रों में खेती की जाती है, यह एक्स-सीटू संरक्षण है।

इन सीटू संरक्षण क्या है Wikipedia?

इसे सुनेंरोकेंइन-सीटू संरक्षणपौधोंयाजानवरों कीप्रजातियोंकी प्राकृतिक आबादी मेंऑन-साइटसंरक्षणया आनुवंशिक संसाधनों का संरक्षण है, जैसे किटीगन प्रजातियों की प्राकृतिक आबादी मेंवन आनुवंशिक संसाधन। यह प्रक्रिया निवासियों की रक्षा करती है और पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता सुनिश्चित करती है।

हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर – जैव विविध्ता जीवों या स्पीशीज की जीवन की उतरजीविता को बनाए रखने में सहायक है । जैव विविधता से ही जीव विषम जलवायु में अपने विभिन्न किस्मों (स्पीशीजद) को बचा पाते है। अतः हमें जैव विविधता का संरक्षण करना चाहिए। जैव विविधता के संरक्षण के उद्देश्य से ही जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।

जैव विविधता के जनक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंई. ओ. विल्सन को जैवविविधता का जनक कहा जाता है।

निर्वनीकरण से क्या आशय है इसके कारण तथा प्रभावों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंवन मृदा अपरदन रोकने, दवाएं जड़ी बूटियाँ उपलब्ध कराने, ईधन, इमारती लकड़ी, वनोपज प्रदान करने आदि की दृष्टि से बहुमूल्य हैं परन्तु विगत वर्षों मं् वनों का–या उसके वृक्षों का काटा जाना और उसी अनुपात में उतने वृक्ष न लगाया जाना वन विनाश या निर्वनीकरण के रूप में सामने आया है।

निर्वनीकरण क्या है इसके कारण तथा प्रभावों का वर्णन कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंनिर्वनीकरण के कारण कार्बन चक्र पर नकारात्मक जैसे गंभीर पर्यावरणीय प्रभाव पड़ेगें साथ ही ग्रीनहाउस गैसों की प्रभावशीलता भी बढ़ जायेगी। ब्राज़ील वैश्विक स्तर पर जैव विविधता का हॉटस्पॉट है। निर्वनीकरण से पौधों और जानवरों का अस्तित्व खतरे में पड़ता है जिसके परिणामस्वरूप जैव विविधता का भी ह्रास होगा।

सीटू और एक्स सीटू संरक्षण क्या है?

इन-सीटू एवं एक्स-सीटू। इन-सीटू संरक्षण वह है जिसमें पौधों अथवा जीवों का संरक्षण वहीं किया जाता है जहाँ वे प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं। जबकि एक्स-सीटू संरक्षण में पौधों अथवा जीवों का संरक्षण किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर ले जाकर किया जाता है।

इन सीटू संरक्षण का उदाहरण क्या है?

इन-सीटू संरक्षण का एक उदाहरण आरक्षित या सुरक्षित क्षेत्रों का गठन करना है। एक्स-सीटू संरक्षण की कोशिश का उदाहरण एक जर्मप्लाज्म बैंक या बीज बैंक की स्थापना करना है। संरक्षण योजना की दृष्टि से इन-सीटू संरक्षण प्रयासों को बेहतर माना जाता है। परन्तु कई बार इस प्रकार का संरक्षण कार्य किया जाना संभव नहीं होता है।

पूर्व सीटू संरक्षण क्या है?

पूर्व-सीटू संरक्षण क्या है? यह कृत्रिम आवासों में सभी जीवित प्रजातियों को संरक्षित करने के तरीके हैं जो उनके प्राकृतिक रहने वाले आवासों को दर्शाते हैं। जैव विविधता के पूर्व सीटू संरक्षण में एक्वैरियम, वनस्पति उद्यान, क्रायोप्रेज़र्वेशन, डीएनए बैंक, चिड़ियाघर आदि शामिल हैं।

सीटू से आप क्या समझते हैं?

- जैवविविधता संरक्षण स्वस्थाने ( इन सीटू) तथा बाह्य स्थाने (एक्स सीटू) होता है | स्वस्थाने में संकटापन्न जातियों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखा जाता है, जिससे कि सारा पारितंत्र सुरक्षित रह सके ।

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