स्पाइन या नसों की बीमारी होने पर हाथों में जलन या दर्द जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। हाथों में जलन महसूस होने पर आपको थायराइड की जांच करवानी चाहिए, थायराइड हार्मोन बढ़ने के कारण भी हाथों में जलन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा आपको न्यूरो कंडीशन भी हो सकती है। ये लक्षण नजर आने पर डॉक्टर स्पाइन जांच या सीटी स्कैन करने की सलाह देते हैं। इस लेख में हम हाथों में जलन के अन्य कारण और उपायों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
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1. विटामिन बी की कमी (Vitamin B deficiency)
विटामिन बी1 की कमी के कारण भी हाथों में जलन की समस्या हो सकती है। नसों की मजबूती के लिए आपको विटामिन बी1 विटामिन बी3 का सेवन करना चाहिए। आपको अपनी डाइट में गेहूं के बीज, साबुत अनाद, दूध, दही, हरी सब्जियां, सेम, मटर, मूंगफली, अंडा आदि शामिल करना चाहिए।
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2. मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple sclerosis)
मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक तरह का डिसीज है जिसके होने पर भी हाथों में जलन या दर्द के लक्षण नजर आ सकते हैं क्योंकि इस डिसीज के होने पर नसों को नुकसान पहुंचता है। जलन महसूस होने पर आपको तुरंत हाथों को मूवमेंट देना चाहिए, इससे जलन ठीक हो सकती है वहीं समस्या बढ़ती नजर आए तो न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
3. सेंट्रल पेन सिंड्रोम (Central pain syndrome)
सेंट्रल पेन सिंड्रोम एक ब्रेन डिसऑर्डर है जिसके होने पर हाथों की नस डैमेज हो सकती है और जलन का अहसास हो सकता है। इस कंडीशन के कारण हाथ या पैर में दर्द या जलन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अगर ये समस्या बढ़ती है तो कुछ केस में सर्जरी की जरूरत भी पड़ सकती है।
4. फ्रॉस्टबाइट (Frostbite)
फ्रॉस्टबाइट के कारण हाथों में जलन हो सकती है। ज्यादा ठंड के कारण टिशूज में जलन का अहसास हो सकता है। इसके अलावा किसी कीड़े के काट लेने के कारण भी हाथों में जलन हो सकती है।
5. दाद की समस्या (Shingles)
दाद की समस्या होने पर दर्द या हाथों में जलन के साथ बाकि बॉडी पर भी रैशेज और दर्द की समस्या हो सकती है।
6. ब्लड शुगर लेवल बढ़ना (High blood sugar level)
ब्लड शुगर लेवल ज्यादा होने पर भी हाथ या पैर के तलवे में जलन हो सकती है, ऐसा होने पर आपको ब्लड शुगर जांच जरूर करवानी चाहिए।
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हाथों में जलन की समस्या को कैसे दूर करें? (How to treat hand burning sensation)
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- हल्दी के दूध पीने के फायदे तो आप जानते ही होंगे पर हाथों में जलन होने पर भी हल्दी फायदेमंद है। आपको हाथों में जलन हो रही है तो हल्दी के दूध का सेवन करें। हल्दी के दूध में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं जिससे दर्द और जलन की समस्या दूर होती है।
- हाथों में जलन होने पर आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें सेंधा नमक डालें। इस मिश्रण में पैरों को 10 से 15 मिनट के लिए डुबोकर रखें इससे पैरों में जलन की समस्या दूर होगी।
- हाथों में जलन की समस्या को दूर करने के लिए आप सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। सरसों के तेल से हाथों पर अच्छी तरह से मालिश करें इससे जलन दूर हो जाएगी।
- आप सूखे धनिया की मदद से भी हाथों में जलन की समस्या को दूर कर सकते हैं। सूखा धनिया और मिश्री को बराबर मात्रा में मिलाएं और इस मिश्रण की 2 चम्मच पानी के साथ लें तो हाथों में जलन की समस्या दूर हो जाएगी।
- लहसुन की मदद से भी आप हाथों में जलन की समस्या को दूर कर सकते हैं। लहसुन की कलियों को काटकर गरम करें और उसमें थोड़ा सरसों का तेल मिलाकर मालिश करें इससे जलन की समस्या दूर हो जाएगी।
हाथों में जलन की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ज्यादातर केसेज में नर्व कंडीशन इस समस्या के पीछे छुपा कारण होता है।
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पढ़ने में लगने वाला समय: लगभग 2 मिनट यह जानकारी हाथ-पैर के संलक्षण और हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया के लक्षणों तथा आप उनका प्रबंधन कैसे कर सकते हैं, इसके बारे में वर्णन करती है। हाथ-पैर का संलक्षण और हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया ऐसी अवस्थाएँ हैं, जो आपकी हथेलियों और तलवों की त्वचा को प्रभावित करती हैं। कुछ कीमोथेरेपी दवाओं की वजह से ये अवस्थाएँ उत्पन्न हो सकती
हैं। निम्नलिखित दवाओं की वजह से हाथ-पैर का संलक्षण हो सकता है। निम्नलिखित दवाओं की वजह से हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया हो सकती है: हाथ-पैर का संलक्षण और हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया कीमोथेरेपी शुरू करने के 3 से 6 हफ्तों बाद शुरू हो सकती हैं। आप कौन-सी दवा ले रहे हैं, इसके आधार पर आपकी हथेली और पैर के तलवों में निम्न लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं: हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया के लक्षण आमतौर पर आपके शरीर के उन हिस्सों पर दिखाई देते हैं, जिन पर आप बहुत दबाव डालते हैं, जैसे कि तलवे का अगला हिस्सा, पैर की उंगलियों के बीच और पैरों के किनारे। हाथ-पैर के संलक्षण और हाथ-पैर की त्वचा की
प्रतिक्रिया के लक्षण हल्की तकलीफ से लेकर दर्दनाक सनसनी तक हो सकते हैं, जो आपको अपनी सामान्य गतिविधियाँ करने से रोक सकते हैं। कलम, काँटे या चम्मच जैसी छोटी-छोटी चीजों को उठाना कठिन हो सकता है। आपको अपने कपड़ों के बटन बंद करने में परेशानी हो सकती है। कुछ लोगों को चलने में परेशानी होती है। कीमोथेरेपी की खुराक कम होने या उपचार बंद होने पर लक्षण आमतौर पर दूर हो जाते हैं। आपकी त्वचा कुछ हफ्तों के बाद ठीक होने लगेगी। जैसे ही आपको लक्षण महसूस होने लगें, तभी अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को बताएँ। यदि आपको मधुमेह, संवहनी रोग या परिधीय न्यूरोपैथी है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर को जरूर बताएँ। ये अवस्थाएँ आपकी त्वचा के फटने, आपके घावों को भरने से रोकने और संक्रमण का कारण बन सकती हैं। अपने लक्षणों को प्रबंधित करने में
सहायता के लिए इन युक्तियों का पालन करें। यदि आपको निम्नलिखित में से कुछ भी हो, तो अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से मिलें:हाथ-पैर का संलक्षण और हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया
वे दवाएँ, जिनसे प्रतिक्रिया हो सकती है
हाथ-पैर का संलक्षण
हाथ-पैर की त्वचा की प्रतिक्रिया
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