गया में हीरा मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए क्यों दिया ? - gaya mein heera motee ko donon baar sookha bhoosa khaane ke lie kyon diya ?

गया ने हीरा मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि क गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता थाख गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।ग वह हीरा मोती के व्यवहार से बहुत दुःखी था।घ उसे खली आदि सामग्री की जानकारी न थी।

Question

गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि -

() गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।

() गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात थी।

() वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुःखी था।

() उसे खली आदि सामग्री की जानकारी थी।

(सही उत्तर के आगे (✓) का निशान लगाइए।)

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MCQ

गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि -

(सही उत्तर के आगे (✓) का निशान लगाइए।)

Options

  • गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।

  • गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।

  • वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुःखी था।

  • उसे खली आदि सामग्री की जानकारी न थी।

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Solution

गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि - वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुःखी था।

Concept: गद्य (Prose) (Class 9 A)

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Chapter 1: दो बैलों की कथा - प्रश्न अभ्यास [Page 20]

Q 10Q 9Q 11

APPEARS IN

NCERT Class 9 Hindi - Kshitij Part 1

Chapter 1 दो बैलों की कथा
प्रश्न अभ्यास | Q 10 | Page 20

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गया ने हीरा-मोती को दोनों बार सूखा भूसा खाने के लिए दिया क्योंकि -
क. गया पराये बैलों पर अधिक खर्च नहीं करना चाहता था।
ख. गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।
ग. वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।
घ. उसे खली आदि सामग्री की जानकारी नहीं थी।

ग.  वह हीरा-मोती के व्यवहार से बहुत दुखी था।

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रचना के आधार पर वाक्य के भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसके भी भेद लिखिए -
दीवार का गिरना था कि अधमरे-से-पड़े हुए सभी जानवर चेत उठे।

यहाँ संयुक्त वाक्य है तथा संज्ञा उपवाक्य है।

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कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति-विषयक मूल्य उभरकर आए हैं?

इस कहानी के माध्यम से निम्नलिखित नीति विषयक मूल्य उभरकर सामने आए हैं :
1 विपत्ति के समय हमेशा मित्र की सहायता करनी चाहिए।
2. सच्चे मित्र मुसीबत के समय एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ता है ।
3. आजादी के लिए हमेशा सजग एवं संघर्षशील रहना चाहिए।
4. समाज के सुखी-संपन्न लोगों को भी आज़ादी की लड़ाई में योगदान देना चाहिए।
5. अपने समुदाय के लिए अपने हितो का त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
6. आज़ादी बहुत बड़ा मूल्य है। इसे पाने के लिए मनुष्य को बड़े-से-बड़ा कष्ट उठाने को तैयार रहना चाहिए।

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छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?

छोटी बच्ची का बैलों के प्रति प्रेम उमड़ने के निम्नलिखित कारण हैं -
1. छोटी बच्ची की माँ मर चुकी थी। वह माँ के बिछुड़ने का दर्द जानती थी। उसे लगा कि वे भी उसी की तरह अभागे हैं और अपने मालिक से दूर हैं।
2. छोटी बच्ची को उसकी सौतेली माँ सताती थी, यहाँ हीरा-मोती पर अत्याचार कर रहा था ।

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रचना के आधार पर वाक्य के भेद बताइए तथा उपवाक्य छाँटकर उसके भी भेद लिखिए -
सहसा एक दढ़ियल आदमी, जिसकी आँखे लाल थी और मुद्रा अत्यन्त कठोर, आया।

यहाँ मिश्र वाक्य है, विशेषण उपवाक्य है।

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प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे की किन स्वभावगत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ अर्थ 'मूर्ख' का प्रयोग न कर किसी नए अर्थ की ओर संकेत किया है?

इस कहानी में लेखक ने गधे की सरलता और सहनशीलता की ओर हमारा ध्यान खींचा है। गधे को स्वभाव के कारण मूर्खता का पर्याय समझा जाता है। आमतौर पर हम गधे के लिए मूर्ख शब्द का प्रयोग करते हैं परन्तु उसके स्वभाव में सरलता और सहनशीलता भी देखने को मिलती है। गधा ही एक एक मात्र ऐसा प्राणी है जो सब अत्याचार चुपचाप सेहन कर लेता है। फिर भी कभी उसके चेहरे पर अन्याय के प्रति असंतोष नज़र नही आता। प्रेमचंद ने स्वयं कहा है - सदगुणों का इतना अनादर कहीं नहीं देखा। कदाचित सीधापन संसार के लिए उपयुक्त नहीं है। कहानी में भी उन्हों ने सीधेपन की दुर्दशा दिखलाई है, मूर्खता की नहीं।

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