गुरुवार के दिन क्या क्या नहीं करना चाहिए? - guruvaar ke din kya kya nahin karana chaahie?

गुरुवार की प्रकृति क्षिप्र है। यह दिन ब्रह्मा और बृहस्पति का दिन माना गया है। भाग्य जागृत करने और लंबी आयु के लिए गुरुवार का व्रत करना चाहिए। गुरुवार को मंदिर जाने का बहुत ही खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि गुरुवार के दिन कौनसे कार्य नहीं करना चाहिए।


ये कार्य न करें :

1. इस दिन शेविंग न बनाएं और शरीर का कोई भी बाल न काटें अन्यथा संतान सुख में बाधा उत्पन्न होगी। इस दिन नाखून भी नहीं काटना चाहिए।

2. दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य में यात्रा करना वर्जित है। खासकर इस दिन दक्षिण दिशा में दिशाशूल रहता है। यात्रा जरूरी हो तो
दहीं या जीरा खाकर घर से बाहर निकलें।

3. गुरुवार को ऊपर से नमक डालकर नहीं खाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और हर कार्य में बाधा आती है। नमक खाने से गुरु अस्त हो जाता है।

4. इस दिन दूध और केला खाना भी वर्जित माना गया है।

5. इस दिन गुरु, देवता, पिता, दादा और धर्म का अपमान करना या मजाक उड़ान भारी पड़ सकता है।

6. इस दिन कपड़े धोना वर्जित माना जाता है।

7. इस दिन पौछा लगाना भी वर्जित माना गया है। ऐसा करने से गुरु ग्रह अशुभ होता है जिससे व्यक्ति को भाग्य का साथ नहीं मिलता।

8. इस दिन खिचड़ी खाने को भी वर्जित माना गया है।

9. ऐसा माना जाता है गुरुवार के दिन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए क्योंकि इससे गुरु ग्रह कमजोर होता है और कहा जाता है की इससे संपत्ति और संपन्नता सुख में कमी आती है।

10. गुरुवार के दिन पूजा-पाठ से जुड़ा सामान, आंखों से जुड़ी कोई भी वस्तु, कोई धारदार वस्तु जैसे चाकू, कैंची, बर्तन आदि नहीं खरीदना चाहिए।

गुरुवार के दिन लक्ष्मी नारायण की एक साथ पूजा करनी चाहिए

गुरुवार जिसे बृहस्पतिवार के नाम से भी जाना जाता है इस दिन ब्रह्मा, बृहस्पति और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. हमारे सौरमंडल में बृहस्पति ग्रह सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है. शास्त्रों में इस ग्रह को देवताओं का गुरु भी कहा गया है. ऐसा माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो उस व्यक्ति की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं.

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  • News18Hindi
  • Last Updated : April 21, 2022, 06:05 IST

हिंदू धर्म में पंचांग को काफी महत्व दिया जाता है और पंचांग में हफ्ते के 7 दिनों का अपना-अपना महत्व है. सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी या देवता को समर्पित किया गया है. इसी क्रम में गुरुवार जिसे बृहस्पतिवार के नाम से भी जाना जाता है इस दिन ब्रह्मा, बृहस्पति और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. हमारे सौरमंडल में बृहस्पति ग्रह सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है. शास्त्रों में इस ग्रह को देवताओं का गुरु भी कहा गया है. ऐसा माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति ग्रह मजबूत स्थिति में हो तो उस व्यक्ति की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. हिंदू धर्म शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजें हैं जो गुरुवार के दिन करना वर्जित माना गया है. तो चलिए भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष के अनुसार जानते हैं कुछ ऐसी ही चीजें जिन्हें गुरुवार के दिन नहीं करना चाहिए.

– हिंदू धर्म शास्त्रों में गुरुवार के दिन बाल काटना, दाढ़ी बनाना, नाखून काटना वर्जित माना गया है. ऐसा माना जाता है कि गुरुवार के दिन इन सब कामों को करने से व्यक्ति को धन से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही व्यक्ति की उन्नति में भी बाधाएं उत्पन्न होती हैं.

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– गुरुवार के दिन किसी भी प्रकार के लेनदेन से बचना चाहिए. उस दिन ना तो किसी व्यक्ति से कर्ज लेना चाहिए और ना ही किसी व्यक्ति को उधार पैसे देने चाहिए. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के ऊपर कर्ज बढ़ने की संभावना होती है.

-गुरुवार के दिन जाने या अनजाने में पिता, गुरु या किसी भी साधु संतों का अपमान नहीं करना चाहिए. यह सभी देवताओं के गुरु बृहस्पति का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसलिए इनका अपमान करने से बृहस्पति नाराज होते हैं, और व्यक्ति को तरह तरह के कष्ट उठाने पड़ सकते हैं.

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– गुरुवार के स्वामी भगवान नारायण होते हैं, और इस दिन लक्ष्मी जी की पूजा करने से भगवान नारायण प्रसन्न होते हैं. गुरुवार के दिन लक्ष्मी नारायण की एक साथ पूजा करनी चाहिए ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य और खुशियां आती हैं. साथ ही पति पत्नी के रिश्ते में भी अटूटता बनी रहती है.

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Tags: Dharma Aastha, Lord vishnu, Religion

FIRST PUBLISHED : April 21, 2022, 06:05 IST

सप्ताह के सात दिनों में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की पूजा के लिए समर्पित है. यदि आपको सुख-समृद्धि और सौभाग्य की कामना है तो गुरुवार के दिन आपको कौन से कार्य विशेष रूप से करने और कौन से कार्य नहीं करना चाहिए, जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

देवगुरु बृहस्पति की पूजा के उपाय

Image Credit source: en.wikipedia.org

सनातन परंपरा में बृहस्पतिवार (Thursday) का दिन श्री हरि विष्णु (Lord Vishnu) और गुरु ग्रह (Jupiter) की साधनाआराधना के लिए समर्पित है. हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को सृष्टि का पालक माना गया है. मान्यता है कि जिस किसी पर भगवान विष्णु की कृपा बरसती है, उसे जीवन में कभी किसी चीज की कोई कमी नहीं होती है. वहीं ज्योतिष (Astrology) के अनुसार बृहस्पति को देवताओं का ‘गुरु’ माना गया है, जिनके कुंडली (Horoscope) में शुभ होने पर व्यक्ति भाग्यशाली और सुंदर व्यक्तित्व वाला होता है. देवगुरु बृहस्पति (Brihaspati) की कृपा से वह उच्च शिक्षित, धार्मिक और सदाचारी होता है और उसे जीवन में कदमकदम पर सौभाग्य का साथ मिलता है, लेकिन कुंडली में बृहस्पति के कमजोर होने पर उसे जीवन में तमाम तरह की परेशानियां जैसे शिक्षा, विवाह आदि में बाधा, सुखसौभाग्यसम्मान में कमी आती है. आइए जानते हैं कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए.

गुरुवार के दिन क्या करना चाहिए

  1. भगवान श्री विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए न सिर्फ गुरुवार बल्कि प्रतिदिन पूजा में प्रतिदिन हल्दी या फिर केसर का उपयोग अवश्य करें और उसे प्रसाद स्वरूप तिलक के रूप पर माथे में लगाएं. इस उपाय को करने पर आपको शीघ्र ही शुभ फल प्राप्त होने शुरु हो जाएंगे.
  2. भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करके उनसे मनचाहा वरदान पाने के लिए उनकी पूजा में पीले रंग के फूल, फल और मिठाई प्रसाद में अवश्य चढ़ाएं.
  3. भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी और शंख का विशेष रूप से प्रयोग करें. बगैर तुलसी प्रसाद के श्री हरि की पूजा अधूरी मानी जाती है. इस​ दिन तुलसी के पौधे की सेवा और पूजा भी जरूर करें.
  4. मान्यता है कि भगवान विष्णु और देवगुरु को पीला रंग अत्यंत ही प्रिय है. ऐसे में उन्हें प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद पाने के लिए गुरुवार के दिन विशेष रूप से पीले रंग के वस्त्र धारण करें. यदि किसी कारणवश पीले रंग के कपड़े न पहन सकें तो उसकी जगह पीले रंग का रुमाल, टाई, आदि का प्रयोग कर सकते हैं.
  5. भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए गुरुवार के दिन किसी अपनी क्षमता के अनुसार मंदिर के पुजारी को धार्मिक पुस्तकें, चने की दाल, गुड़, पीली मिठाई और कुछ दक्षिणा दान करें.

गुरुवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए

  1. यदि आप सुखसौभाग्य की कामना रखते हैं तो भूलकर भी गुरुवार के दिन अपने घर में पोछा न लगाएं और न ही इस दिन घर का कबाड़ बेचें. गुरुवार के दिन घर के जाले आदि भी नहीं साफ करने चाहिए.
  2. गुरुवार के दिन कपड़ों की धुलाई और पालिश आदि करने से बचना चाहिए. इसकी बजाय आप एक दिन पहले या बाद में ये काम कर सकते हैं.
  3. गुरुवार के दिन क्षौर कर्म यानि कि दाढ़ी, बाल, नाखून आदि नहीं कटवाना चाहिए. मान्यता है कि गुरुवार के दिन बाल आदि कटवाने से पुण्य कर्मों में कमी आती है. इस दिन स्त्री और पुरुष दोनों को ही बाल में शैंपू आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
  4. मान्यता है कि गुरुवार के दिन केले की विशेष पूजा किए जाने के कारण उसको उस दिन सेवन नहीं किया जाता है. ऐसे में यदि आपको केला प्रसाद आदि के रूप में मिले तो आप लेने से मना न करें, बल्कि उसे श्रद्धापूर्वक स्वीकर कर अगले दिन ग्रहण करें.

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

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गुरुवार के दिन क्या नहीं खरीदना चाहिए?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरुवार के दिन सोना-चांदी या फिर वस्त्र खरीदना शुभ माना जाता है. ऐसा करने से गुरु ग्रह मजबूत होता है. वहीं, गुरुवार के दिन नुकीली चीजें जैसे चाकू, कैंची या फिर लोहे का सामान आदि भूलकर न खरीदें. माना जाता है कि गुरुवार के दिन पूजा-पाठ से संबंधित सामान नहीं खरीदना चाहिए.

गुरुवार के दिन घर में क्या करना चाहिए?

सुख-शांति का होता है वास गुरुवार को केसर, पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से गुरु मजबूत होता है, जिससे आरोग्य और सुख की वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है।

गुरुवार को कौन कौन से काम नहीं करने चाहिए?

इस दिन पूजा के साथ ही गुरुवार का व्रत रखना भी शुभ फलदायी माना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और केले के वृक्ष की पूजा की जाती है. आइए जानते हैं इस दिन कौन से काम बिल्कुल भी नहीं करने चाहिए और किन लोगों को रखना चाहिए गुरुवार का व्रत.

गुरुवार को पोछा लगाने से क्या होता है?

मान्यता के अनुसार, गुरुवार के दिन घर में पोछा नहीं लगाना चाहिए। इस दिन पोछा लगाने से घर का ईशान कोण कमजोर होता है और ईशान कोण को संबंध घर के छोटे सदस्यों से है। ऐसे में इस दिन घर में पोछा लगाने से बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

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