बलगम वाली खांसी के लिए कौन सी दवा लेनी चाहिए? - balagam vaalee khaansee ke lie kaun see dava lenee chaahie?

बलगम वाली खांसी में बार-बार कफ बनता रहता है। गले में इंफेक्‍शन होने पर भी बलगम वाली खांसी हो सकती है। अगर समय पर इस खांसी का इलाज न किया जाए तो इसकी वजह से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। हालांकि, बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय ज्‍यादा कारगर होते हैं और इनकी मदद से आप घर पर ही खांसी को ठीक कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं बलगम की खांसी के घरेलू उपचार क्‍या हैं।

​बलगम वाली खांसी के घरेलू उपाय

आमतौर पर खांसी वायरस के कारण होती है। डॉक्‍टर बलगम वाली खांसी के लक्षणों को ठीक करने के लिए कुछ ज्‍यादा नहीं बताते हैं लेकिन आप घर पर ही प्राकृतिक चीजों एवं नुस्‍खों से इसे ठीक कर सकते हैं।

​बलगम वाली खांसी का देसी नुस्खा है शहद

बलगम वाली खांसी के इलाज में शहद सबसे असरकारी तरीका है। एक चिकित्‍सकीय अध्‍ययन में पाया गया कि रात को सोने से 30 मिनट पहले 1.5 चम्‍मच शहद खाने से कफ कम बनता है और नींद अच्‍छी आती है।

​बलगम वाली खांसी का देसी इलाज है विटामिन सी

विटामिन सी की बड़ी खुराक से इम्‍यून सिस्‍टम को बढ़ाया जाता है जिससे कि शरीर खुद ही वायरस से तेजी से लड़ सके। जब तक कि लक्षणों में सुधार नहीं आता है, तब तक दिन में दो बार संतरा खाएं या संतरे का जूस पीएं। जूस ठंडा नहीं होना चाहिए।

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​नेति पॉट

इसमें नथुनों के अंदर सलाईन वॉटर डाला जाता है। इस घरेलू उपाय नाक साफ हो जाती है। इससे गले में खराश से भी राहत मिलती है।

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​बलगम वाली खांसी का घरेलू नुस्खा है अदरक की चाय

अदरक सूजन-रोधी और एंटीऑक्‍सीडेंट गुणों से भरपूर होती है। दिन में दो से तीन कप अदरक की चाय पीने से गले को आराम मिलता है। बलगम वाली खांसी में ये उपाय बहुत कारगर होता है।

​थाइम और लौंग की चाय

अध्‍ययन में सामने आया है कि थाइम और लौंग में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। एसेंशियल ऑयल या अर्क के रूप में ये श्‍वसन मार्ग में संक्रमण से लड़ने में शरीर की मदद कर सकते हैं। थाइम और लौंग की पत्तियों को 10 मिनट तक पानी में उबालें और फिर छानकर पी लें।

कफ वाली खांसी का घरेलू नुस्‍खा है भाप

भाप लेने से श्‍वसन मार्ग साफ होता है। इससे छाती में जमा म्‍यूकस भी टूट जाता है। कम से कम पांच मिनट तक गर्म पानी की भाप लें। गर्म पानी से नहाने से भी आराम मिलता है।

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​बलगम वाली खांसी ठीक करने का उपाय है नींबू और शहद

नींबू की चाय या शहद की चाय या नींबू और शहद की चाय से गले को आराम मिलता है और कफ कम होता है। विटामिन सी इम्‍यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है और ये बलगम वाली खांसी का बेहतरीन नुस्‍खा है।

​कफ वाली खांसी का घरेलू उपचार है नमक के पानी से गरारे

गर्म पानी में एक चुटकी नमक डालकर गरारे करने से भी गले को आराम मिलता है। गले में इंफेक्‍शन होने की कई समस्‍याओं को इस उपाय से ठीक किया जा सकता है।

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​बलगम वाली खांसी का घरेलू उपाय है खूब पानी पीएं

शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। बलगम वाली खांसी के घरेलू नुस्‍खे में पानी पीना भी शामिल है। तरल पदार्थ लेने से गले में जमा कफ को पतला करने में मदद मिल सकती है। अदरक की चाय, जूस आदि लें। आपको गर्म या मसालेदार पदार्थ नहीं खाना है।

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बलगम वाली खांसी के लिए सबसे अच्छा सिरप कौन सा है?

कफ जीटीबी सिरप तीन दवाओं का मिश्रण हैः गुआइफेनसिन, टर्बूटालाइन और ब्रोमहेक्सिन, जो बलगम वाली खांसी से राहत देता है. गुआइफेनसिन एक एक्सपेक्टोरेंट है जो बलगम (कफ) की चिपचिपाहट को कम करता है और श्वास नली से इसे बाहर निकालने में मदद करता है. टरबुटालाइन ब्रोन्कोडाइलेटर होता है.

बलगम को जड़ से खत्म कैसे करें?

नीलगिरी का उपयोग नीलगिरी के उत्पादों का उपयोग वर्षों से खांसी को कम करने और बलगम को कम करने के लिए किया जाता है। ... .
कच्ची हल्दी कच्ची हल्दी भी काम आ सकती है। ... .
गर्म तरल पदार्थ पिएं फेफड़ों में जमा बलगम से राहत पाने के लिए आपको बहुत सारे तरल पदार्थ पीने चाहिए। ... .
गर्म पानी की भाप लें ... .
गर्म पानी से गरारे करें ... .
शहद और गर्म पानी.

बलगम वाली खांसी क्यों होती है?

बलगम वाली खांसी आमतौर पर किसी अंदरूनी समस्या के कारण विकसित होती है और इसलिए अगर इसका समय पर इलाज न किया जाए तो यह गंभीर स्थितियां पैदा कर सकती है। उदाहरण के लिए अगर फेफड़ों में संक्रमण के कारण बलगम वाली खांसी विकसित हुई है और इसका समय पर इलाज शुरू नहीं किया गया है, तो ऐसे में संक्रमण अन्य अंगों में फैल सकता है।

खांसी के लिए सबसे अच्छी टेबलेट कौन सी होती है?

डीएमआर 30mg टैबलेट एक एंटीट्यूसिव (खांसी को रोकने या उससे राहत देने वाली) दवा है.. इसका सूखी खांसी के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह मस्तिष्क में खांसी केन्द्रक की गतिविधि को कम करके मदद करता है.

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