भूटान पूर्वी हिमालय में चीन और भारत के बीच स्थित एक भूमि से घिरा देश है. भूटान विश्व का 133वां सबसे बड़ा देश है। भूटान में कुल 20 जिले हैं, उनके नाम नीचे दिए गए हैं। भूटान के सभी जिलों के नाम Bumthang Chhukha Dagana Gasa Haa Lhuentse Mongar Paro Pema Gatshel Punakha Samdrup Jongkhar Samtse Sarpang Thimphuभूटान में कुल कितने जिले हैं? | How many districts are there in Bhutan?
Trashigang
Trashi Yangtse
Trongsa
Tsirang
Wangdue Phodrang
Zhemgang
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इस लेख में भूटान के सभी राज्यों के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। भूटान में कुल 9 प्रान्त {राज्य} हैं. जैसे भारत में राज्य हैं, वैसे ही भूटान में प्रांत हैं। भूटान के सभी प्रांतों {राज्यों} के नाम
Trongsa Paro Punakha Wangdue Phodrang, Daga Bumthang भूटान में कुल कितने राज्य हैं और उनके नाम क्या हैं? | How many states are there in Bhutan?
Thimphu
Kurtoed
Kurmaed
परंपरागत रूप से, भूटान में नौ प्रांत शामिल थे: Trongsa, Paro, Punakha, Wangdue Phodrang, Daga, Bumthang, Thimphu, Kurtoed, and Kurmaed. Kurtoed और Kurmaed प्रांतों को एक स्थानीय प्रशासन में मिला दिया गया, जिससे पारंपरिक संख्या में राज्यपालों की संख्या आठ हो गई।
- Also Read: भूटान में कुल कितने जिले हैं और उनके नाम क्या हैं?
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राष्ट्रगान: द्रुक सेन्देन | ||||
राजधानी और सबसे बड़ा नगर | थिम्फू 28°34′N 77°12′E / 28.567°N 77.200°E | |||
जोङखा | ||||
गणतंत्र पारंपरिक राजतंत्र | ||||
- | राजा | जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक | ||
- | प्रधानमंत्री | लोतेय त्शेरिंग | ||
- | कुल | 38394 km2 (131वाँ) | ||
- | जल (%) | आंकडे अनुपलब्ध | ||
- | 2007 जनगणना | 672,425 (2005) (117) | ||
- | 2005 जनगणना | 2,162,546 | ||
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) | 2007 प्राक्कलन | |||
- | कुल | $4.39 बिलियन (160वां) | ||
- | प्रति व्यक्ति | $5,477 (117वां) | ||
मानव विकास सूचकांक (2013) | 0.612[1] मध्यम · 136वाँ | |||
ङुलत्रुम भारतीय रुपया (बीटीएन आईएनआर) | ||||
भूटान समय बी.टी.टी (यू॰टी॰सी॰+6:00) | ||||
- | ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰) | (यू॰टी॰सी॰+6) | ||
975 | ||||
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भूटान का राजतंत्र (भोटान्त) हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित भूमि आबद्ध (Land Lock) देश है। इस देश का स्थानीय नाम ड्रुग युल है, जिसका अर्थ होता है अझ़दहा का देश। यह देश मुख्यतः पहाड़ी है और केवल दक्षिणी भाग में थोड़ी सी समतल भूमि है। यह सांस्कृतिक और धार्मिक तौर से तिब्बत से जुड़ा है, लेकिन भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर वर्तमान में यह देश भारत के करीब है[2]तथा भारत के परम् -मित्रों में से एक है।
भूटान का धरातल विश्व के सबसे ऊबड़ खाबड़ धरातलों में से एक है, जो 100 किमी की दूरी के बीच में 150 से 7000मी की ऊँचाई पायी जाती है ! भूटान पहले भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा मालदीव से कोई प्रवेश कर नहीं लेता था, पर अब लेना शुरू कर दिया है।[2]
नाम[संपादित करें]
कुछ लोगों के अनुसार भूटान संस्कृत के भू-उत्थान से बना शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है ऊंची भूमि. कुछ के अनुसार यह भोट-अन्त (भोटान्त) (यानि तिब्बत का अन्त) का बिगड़ा रूप है। यहां के निवासी भूटान को ड्रुग-युल (अझ़दहा का देश) तथा इसके निवासियों को ड्रुगपा कहते हैं। इसके अलावा भी भूटान के कई नाम रहे हैं पूर्व में।
इतिहास[संपादित करें]
सत्रहवीं सदी के अंत में भूटान ने बौद्ध धर्म को अंगीकार किया। 1865 में ब्रिटेन और भूटान के बीच सिनचुलु संधि पर हस्ताक्षर हुआ, जिसके तहत भूटान को सीमावर्ती कुछ भूभाग के बदले कुछ वार्षिक अनुदान के करार किए गए। ब्रिटिश प्रभाव के तहत 1907 में वहाँ राजशाही की स्थापना हुई। तीन साल बाद एक और समझौता हुआ, जिसके तहत ब्रिटिश इस बात पर राजी हुए कि वे भूटान के आंतरिक मामलों में हस्त्क्षेप नहीं करेंगे लेकिन भूटान की विदेश नीति इंग्लैंड द्वारा तय की जाएगी। बाद में 1947 के पश्चात यही भूमिका भारत को मिली। दो साल बाद 1949 में भारत भूटान समझौते के तहत भारत ने भूटान की वो सारी जमीन उसे लौटा दी जो अंग्रेजों के अधीन थी। इस समझौते के तहत भारत का भूटान की विदेश नीति एवं रक्षा नीति में काफी महत्वपूर्ण भूमिका दी गई।[2]
राजनीति[संपादित करें]
भूटान की राजनीति का केंद्र शोगडू
भूटान का राजप्रमुख राजा अर्थात द्रुक ग्यालपो होता है, जो वर्तमान में जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक हैं। हालांकि यह पद वंशानुगत है लेकिन भूटान के संसद शोगडू के दो तिहाई बहुमत द्वारा हटाया जा सकता है। शोगडू में 154 सीटे होते हैं, जिसमे स्थानीय रूप से चुने गए प्रतिनिधि (105), धार्मिक प्रतिनिधि (12) और राजा द्वारा नामांकित प्रतिनिधि (37) और इन सभी का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है। राजा की कार्यकारी शक्तियाँ शोगडू के माध्यम से चुने गए मंत्रिपरिषद में निहित होती हैं। मंत्रिपरिषद के सदस्यों का चुनाव राजा करता है और इनका कार्यकाल पाँच वर्षों का होता है। सरकार की नीतियों का निर्धारण इस बात को ध्यान में रखकर किया जाता है कि इससे पारंपरिक संस्कृति और मूल्यों का संरक्षण हो सके। हालांकि भूटान में रहने वाले नेपाली मूल के अल्पसंख्यक समुदायों में कुछ असंतोष है, जो अपनी संस्कृति पर भूटानी संस्कृति लादे जाने के खिलाफ हैं। इस व्यवस्था का विरोध करने वाले नेपाली भूटानी नेपाल तथा भारत के विभिन्न हिस्सों में शरणार्थी बनने को विवश हैं। पूर्वी नेपाल में करीब एक लाख से ज्यादा व भारत में ३० हजार के करीब भूटानी नेपाली शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं। उनकी देखभाल शरणार्थी संबंधी राष्ट्रसंघीय उच्चायुक्त से मिलकर नेपाल सरकार कर रही है।[3]
जिले[संपादित करें]
भूटान बीस जिलों (ज़ोंगखाग) में विभाजित है।
- बुमथङ
- छुखा
- दगाना
- गासा
- हा
- ल्हुनचे
- मोंगार
- पारो
- पद्म गछाल
- पुनाखा जिला
- समड्रुब जोङखर
- सम्चे
- सरपङ
- थिम्फू जिला
- ट्राशीगङ
- ट्राशी याङचे
- ट्रोङसा
- शिरांग
- वाङदुस फोड्रङ
- शेमगङ
भूगोल[संपादित करें]
भूटान का उपग्रह द्वारा लिया गया। चित्र में उत्तर की और हिमालय की बर्फीली चोटियां तथा दक्षिण की ओर ब्रह्मपुत्र का मैदान नजर आ रहा है।
भूटान चारों तरफ से स्थल से घिरा हुआ पर्वतीय क्षेत्र है। उत्तर में पर्वतों की चोटियाँ कहीं-कहीं 7000 मीटर से भी ऊँची हैं, सबसे ऊँची चोटी कुला कांगरी जो 7553 मीटर है। गांगखर पुएनसुम की ऊँचाई 6896 मीटर है, जिस पर अभी तक मानवों के कदम नहीं पहुँचे हैं। देश का दक्षिणी हिस्सा अपेक्षाकृत कम ऊँचा है और यहाँ कई उपजाऊ और सघन घाटियाँ हैं, जो ब्रह्मपुत्र की घाटी से मिलती है। देश का लगभग 70% हिस्सा वनों से आच्छादित है। देश की ज्यादातर आबादी देश के मध्यवर्ती हिस्सों में रहती है। देश का सबसे बड़ा शहर, राजधानी थिम्फू है, जिसकी आबादी 50,000 है, जो देश के पश्चिमी हिस्से में स्थित है। यहाँ की जलवायु मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय है।[4]
अर्थव्यवस्था[संपादित करें]
विश्व के सबसे छोटी अर्थव्यवस्थाओं में से एक भूटान का आर्थिक ढाँचा मुख्य रूप से कृषि और वन क्षेत्रों और अपने यहाँ निर्मित पनबिजली के भारत को विक्रय पर निर्भर है। ऐसा माना जाता है कि इन तीन चीजों से भूटान की सरकारी आय का 75% आता है। कृषि जो यहाँ के लोगों का आधार है, इस पर 90% से ज्यादा लोग निर्भर हैं। भूटान का मुख्य आर्थिक सहयोगी भारत हैं क्योंकि तिब्बत से लगने वाली भूटान की सीमा बंद है। भूटान की मुद्रा ङुल्ट्रम है, जिसका भारतीय रुपया से आसानी से विनिमय किया जा सकता है। औद्योगिक उत्पादन लगभग नगण्य है और जो कुछ भी है, वे कुटीर उद्योग की श्रेणी में आते हैं। ज्यादातर विकास परियोजनाएँ जैसे सड़कों का विकास इत्यादि भारतीय सहयोग से ही होता है। भूटान की पनबिजली और पर्यटन के क्षेत्र में असीमित संभावनाएँ हैं।[5]
लोग एवं धर्म[संपादित करें]
भूटान की लगभग आधी आबादी भूटान के मूलनिवासी हैं, जिन्हें गांलोप कहा जाता है और इनका निकट का संबंध तिब्बत की कुछ प्रजातियों से है। इसके अलावा अन्य प्रजातियों में नेपाली है और इनका सम्बन्ध नेपाल राज्य से है। उसके बाद शरछोगपा और ल्होछमपा हैं। यहाँ की आधिकारिक भाषा जोङखा है, इसके साथ ही यहाँ कई अन्य भाषाएँ बोली जाती हैं, जिनमें कुछ तो विलुप्त होने के कगार पर हैं।[6]
भूटान में आधिकारिक धर्म बौद्ध धर्म की वज्रयान शाखा है, जिसका अनुपालन देश की लगभग ७५% जनता करती है। भूटान की अतिरिक्त २५ प्रतिशत जनसंख्या हिंदू धर्म की अनुयायी है। भूटान के हिंदू धर्मी नेपाली मूल के लोग है, जिन्हे ल्होछमपा भी कहा जाता है।[2] भूटान, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भारत के सर्वाधिक करीब है।
संस्कृति[संपादित करें]
भूटान दुनिया के उन कुछ देशों में है, जो खुद को शेष संसार से अलग-थलग रखता चला आ रहा है और आज भी काफी हद तक यहाँ विदेशियों का प्रवेश नियंत्रित है। देश की ज्यादातर आबादी छोटे गाँव में रहते हैं और कृषि पर निर्भर हैं। शहरीकरण धीरे-धीरे अपने पाँव जमा रहा है। बौद्ध विचार यहाँ की ज़िंदगी का अहम हिस्सा हैं। तीरंदाजी यहाँ का राष्ट्रीय खेल है।[7]
यह भी देखिए[संपादित करें]
- भूटान का इतिहास
- भूटान में यातायात
- भूटान की सेना
- थिम्पू
- जोङखा (भूटान की भाषा)
- wikt:भूटान (विक्षनरी)
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "2014 Human Development Report Summary" (PDF). संयुक्त राष्ट्र Development Programme. 2014. पपृ॰ 21–25. मूल से 29 जुलाई 2016 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2014.
- ↑ अ आ इ ई "भूटान के बारे में 10 बातें, जो आप नहीं जानते". BBC News हिंदी. मूल से 5 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-28.
- ↑ "भूटान में लोकतंत्र". livehindustan.com (hindi में). अभिगमन तिथि 2020-06-28.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "25 बड़ी बातें, इसलिए चीन को खटकता है भूटान". News18 इंडिया. 2017-07-17. मूल से 12 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-28.
- ↑ कमलेश (2020-02-08). "भारतीयों के लिए भूटान की सैर अब आसान क्यों नहीं रही". BBC News हिंदी. मूल से 15 मई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-29.
- ↑ हिन्दी, टीम बीबीसी (2018-11-04). "सबसे ख़ुशहाल देश भूटान में क्यों बढ़ रहा अवसाद और ख़ुदकुशी". BBC News हिंदी. मूल से 28 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-29.
- ↑ "जिंदगी में एक बार जरूर जाएं भूटान, ये रही 6 वजहें..." NDTVIndia. मूल से 27 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-06-29.
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- भूटान पर्यटन
- अद्भुत भूटान
- भूटान : सादगी का वैभव
- भूटान में पर्यटन
- भूटान की शानदार तस्वीरें जो इसे एक सपनों की जगह बनाती हैं