भारत में अधात्विक खनिज :- भारत में अधात्विक खनिज परतदार या अवसादी चट्टानों से प्राप्त होते हैं। भारत में पाये जाने वाले प्रमुख अधात्विक खनिज हीरा, चूना पत्थर, अभ्रक, जिप्सम, एस्बेस्टस, स्टिएटाईट, सिलीमैनाइट, डोलोमाइट, नमक हैं। Non-metallic minerals in India UPSC & PCS notes in Hindi.
- भारत में अधात्विक खनिज भण्डार
- हीरा (Diamond)
- चूना पत्थर (Limestone)
- अभ्रक (Asbestos)
- जिप्सम (Gypsum)
- स्टिएटाईट (Steatite)
- सिलीमैनाइट (Sillimanite)
- डोलोमाइट (Dolomite)
- नमक (Salt)
भारत में अधात्विक खनिज भण्डार
हीरा (Diamond)
- हीरा प्रकृति में कार्बन का सबसे शुद्ध रूप एवं प्रकृति का सबसे कठोर तत्व है।
- भारत में हीरा मध्य प्रदेश की पन्ना और सतना जिले की खानों से प्राप्त किया जाता है।
- भारत में हीरा विंध्यन क्रम की चट्टानों में पाया जाता है।
- विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा गोलकुंडा की खान से प्राप्त किया गया था ।
- मुंबई भारत की सबसे बड़ी हीरा मण्डी है।
चूना पत्थर (Limestone)
- भारत के सभी राज्यों में पाया जाता है।
- चूना पत्थर कुडप्पा क्रम की चट्टानों में पाया जाता है।
- भारत में सर्वाधिक उत्पादन आंध्र प्रदेश राज्य में होता है।
अभ्रक (Asbestos)
- अभ्रक का सबसे प्रमुख अयस्क पिग्माइट है। इसके अलावा अभ्रक के अन्य प्रमुख अयस्क निम्नलिखित है-
- मस्कोवाइट (श्वेत अभ्रक)
- बायोटाइट (श्याम अभ्रक)
- फ्लोगोवाइट (पीत अभ्रक)
- भारत का प्राकृतिक अभ्रक के उत्पादन में विश्व में 14वां स्थान है। परन्तु अभ्रक शीट उत्पादन में भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है।
- अभ्रक शीट का 50% उत्पादन झारखण्ड राज्य में होता है।
- अभ्रक का प्रमुख उपयोग विद्युत सामग्री बनाने में किया जाता है।
जिप्सम (Gypsum)
- भारत में 99% उत्पादन राजस्थान राज्य में होता है।
- राजस्थान का हनुमानगढ़ जिला जिप्सम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
- जिप्सम का प्रमुख उपयोग सीमेंट तथा ऊर्वरक (Fertilizer) बनाने में किया जाता है।
स्टिएटाईट (Steatite)
- स्टिएटाईट को सेलखड़ी के नाम से भी जाना जाता है।
- स्टिएटाईट उत्पादन में राजस्थान राज्य प्रथम स्थान पर है।
सिलीमैनाइट (Sillimanite)
- सिलीमैनाइट एक एलुमिना-सिलिकेट (Aluminium silicate) खनिज है।
- यह खनिज संसार में अनेक स्थानों पर मिलता है किंतु कुछ ही स्थानों पर आर्थिक दृष्टि से लाभदायक है।
- केवल भारत में सिलीमैनाइट के आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण निक्षेप उपलब्ध हैं।
- भारत में सिलीमैनाइट के निक्षेप असम की सोना पहाड़ियों में तथा मध्य प्रदेश के सीधी जिले के पिपरा नामक स्थान पर उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त कुछ निक्षेप केरल में बालू तट रेत के रूप में भी मिलते हैं।
- सिलीमैनाइट का प्रयोग तापरोधी सामग्री बनाने में किया जाता है।
डोलोमाइट (Dolomite)
- डोलोमाइट उत्पादन में उड़ीसा राज्य प्रथम है।
नमक (Salt)
- भारत के कुल नमक के 60% समुद्री नमक का उत्पादन गुजरात के तटीय क्षेत्रों में होता है।
- 10% नमक का उत्पादन राजस्थान की झीलों से किया जाता है। सांभर, लूनकरसर, डीडवाना, पंचभद्रा।
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भारत में सर्वाधिक खनिज कौन सा है?
यदि खनिजों के सकल मूल्य में इनका अलग-अलग योगदान देखें तो कोयला (36.65%), पेट्रोलियम (25.48%), प्राकृतिक गैस (12.02%), लौह अयस्क (7.2%), लिग्नाइट (2.15%), चूनापत्थर (2.15%) तथा क्रोमाइट (1.1%) आदि कुछ ऐसे खनिज हैं, जिनका अंश 1 प्रतिशत से अधिक है।
भारत में कौन सा खनिज मुख्य रूप से पाया जाता है?
भारत में मुख्य रूप में लोहा, कोयला, मैंगनीज, तांबा, सोना एवं बाक्साइट आदि खनिज पाये जाते है ।
सर्वाधिक खनिज कहाँ पाए जाते हैं?
अफ्रीका खनिज संसाधनों में धनी है। यह हीरा, सोना और प्लेटिनम का विश्व में सबसे बड़ा उत्पादक है। दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे और जायरे विश्व के सोने का एक बड़ा भाग उत्पादित करते हैं। ताँबा, लौह अयस्क, क्रोमियम, यूरेनियम, कोबाल्ट और बॉक्साइट दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले अन्य खनिज हैं।
भारत का वह खनिज कौन सा है जिससे भारत समृद्ध है?
लौह अयस्क (Iron ore)
-विश्व में इस खनिज का जितना संचित भंडार है उसका एक चौथाई (28 अरब टन, अनुमानित) भारत में है । भारत का लौह अयस्क सर्वोच्च कोटि का है जिसमें शुद्ध लोहे का अंश 60 से 90 प्रतिशत है ।