6 महीने के Baby को दस्त लगने पर क्या करें? - 6 maheene ke baby ko dast lagane par kya karen?

शिशु या बच्‍चों को दस्‍त होने पर माता पिता को चिंता होना स्‍वाभा‍विक है। दस्‍त के कारण शिशु को कमजोरी और थकान हो सकती है। वैसे ताे दस्‍त लगने पर बच्‍चों को कुछ नहीं खिलाना चाहिए लेकिन शरीर में पानी की कमी होने से बचाने के लिए उन्‍हें कुछ न कुछ खिलाते-पिलाते रहना जरूरी है।

ऐसे कुछ विशेष फूड्स हैं जिन्‍हें दस्‍त लगने पर शिशु को खिलाना फायदेमंद रहता है। ये फूड्स हल्‍के होते हैं और आसानी से पच जाते हैं।

​दस्‍त में बच्‍चे कैसे खिलाएं

छह महीने से कम उम्र के बच्‍चे को दस्‍त लगने पर सिर्फ मां का दूध या फॉर्मूला मिल्‍क देना चाहिए। छह महीने से अधिक उम्र के बच्‍चे को दिन में थोड़ी थोड़ी देर में खिलाते रहें। ऐसे में हल्‍का आहार लेना सही रहता है।

बच्‍चे को जबरदस्‍ती खिलाने की कोशिश न करें। इसकी बजाय उसे उसकी पसंद का खाना खिलाएं। बच्‍चों को पोटैशियम से युक्‍त फल खिलाएं।दस्‍त होने पर जब भी मोशन आए तो बच्‍चे को स्‍तनपान करवाएं या फॉर्मूला मिल्‍क दें। बच्चे को दस्‍त लगने पर डॉक्‍टर की सलाह पर ओआरएस देना चाहिए। इससे शिशु के शरीर में पानी की कमी नहीं होती है।

​केला

केले में उच्‍च मात्रा में फाइबर होता है जो मल को सख्‍त करने में मदद करता है। दस्‍त के दौरान शरीर में इलेक्‍ट्रोलाइट की कमी हो जाती है जिसे केला पूरी करता है।

आप शिशु को केले की प्‍यूरी बनाकर खिला सकती हैं। बच्‍चों को केला भी खिला सकती हैं। छह महीने के बच्‍चे के लिए दस्‍त का घरेलू उपाय केला है।

यह भी पढ़ें : शिशु के लिए केले से प्‍यूरी बनाने का सही तरीका

​चावल का पानी

छह महीने के शिशु को दस्‍त होने पर घरेलू उपाय के तौर पर चावल का पानी देना चाहिए। बच्‍चों में दस्‍त के घरेलू इलाज के तौर पर चावल के पानी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

ये दस्त का कारगर और आसान घरेलू नुस्‍खा है। दस्‍त लगने पर शरीर में पानी और तरल पदार्थों की कमी हो जाती है जिसे चावल का पानी पूरी कर सकता है। इससे मल कम आता है।

यह भी पढ़ें : इन बच्‍चों के लिए गाय के दूध से ज्‍यादा फायदेमंद होता है बकरी का दूध

​दही या छाछ

ये नुस्‍खा 7 महीने के बच्‍चे के लिए है। दही, छाछ या लस्‍सी में प्रोबायोटिक होते हैं जो पेट में गुड बैक्‍ट‍ीरिया को बनाने में मदद करते हैं। इससे पेट खराब की समस्‍या दूर हो सकती है।

कुछ रिसर्च में भी सामने आया है कि प्रोबायोटिक्‍स से आधे या लगभग दो दिनों में संक्रमण से पैदा हुए डायरिया को खत्‍म किया जा सकता है। आप शिशु या बच्‍चे को सादी दही, लस्‍सी या छाछ दे सकती हैं।

यह भी पढ़ें : रात को सोते समय शिशु को पसीना आने का कारण

​नींबू पानी और नारियल पानी

नींबू पानी से आंतों को आराम मिलता है और दस्‍त पैदा करने वाले पैथोजीन नष्‍ट होते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक नींबू का रस और एक चुटकी नमक या चीनी मिलाकर बच्‍चे को दें। एक साल से कम उम्र के बच्‍चे के लिए नींबू पानी में चीनी या नमक न डालें।

आठ महीने के शिशु के लिए दस्‍त का इलाज नारियल पानी भी है। ये शरीर में डिहाइड्रेशन से बचाता है और दस्‍त की वजह से बॉडी में नष्‍ट हुए प्राकतिक नमक की पूर्ति करता है।

यह भी पढ़ें : शिशु के लिए ओटमील बाथ के फायदे

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

6 महीने के बच्चे को दस्त लगे तो क्या करना चाहिए?

छह महीने के शिशु को दस्‍त होने पर घरेलू उपाय के तौर पर चावल का पानी देना चाहिएबच्‍चों में दस्‍त के घरेलू इलाज के तौर पर चावल के पानी का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। ये दस्त का कारगर और आसान घरेलू नुस्‍खा है। दस्‍त लगने पर शरीर में पानी और तरल पदार्थों की कमी हो जाती है जिसे चावल का पानी पूरी कर सकता है।

बच्चों के दस्त कैसे बंद करें?

डॉक्टर शायद शिशु को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ, जिसमें ओआरएस का घोल भी शामिल है, पिलाने की सलाह दे सकते हैं, ताकि शिशु को जलनियोजित रखा जा सके। दस्त की अवधि को कम करने के लिए डॉक्टर जिंक अनुपूरक लेने की सलाह भी दे सकते हैं। कई बार वायरल डायरिया गंभीर हो सकता है और इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है।

दस्त बंद करने के लिए क्या करना चाहिए?

हाइड्रेटेड रहें दस्त के कारण शरीर से ज्यादा पानी निकल जाता है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है इसलिए इसे रोकने के लिए, खूब पानी और अन्य तरल पदार्थ पिएं। शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स बढ़ाने के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक अच्छे विकल्प हैं। आप नींबू पानी और ओआरएस का पानी भी पी सकते हैं।

बेबी को लूसे मोशन हो तो क्या करे?

Baby loose motion को हल्के में न लें, छोटे बच्चों को बार-बार दस्त लगने के कारण और उसके घरेलू उपाय जानिए डीएनए हिंदी: बच्चों को बार-बार पॉटी आना बेहद आम समस्या है लेकिन कई बार शिशु हल्का सा दूध पीने के बाद भी पॉटी कर देता है या पानी भी पीता है तो उसे तुरंत दस्त लग जाते हैं.

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग