4 महीने से पीरियड नहीं आया क्या करें? - 4 maheene se peeriyad nahin aaya kya karen?

  • 1/10

ज्यादातर महिलाओं को शिकायत होती है कि उनके पीरियड्स समय पर नहीं आते हैं. पीरियड्स मिस होने की सबसे आम वजह प्रेग्नेंसी होती है लेकिन अगर आप  प्रेग्नेंसी प्लान नहीं कर रही हैं और फिर भी आपके पीरियड्स में देरी हो जाती है तो इसकी कई वजहें  (Late period reasons) हो सकती हैं. आइए जानते हैं इन 9 वजहों के बारे में.

(Representative Photo:Freepik)

  • 2/10

तनाव- तनाव का असर शरीर पर कई तरीकों से पड़ता है, जिसमें पीरियड भी शामिल है. तनाव से GnRH नामक हार्मोन की मात्रा कम हो जाती है, जिसके कारण ओव्यूलेशन या पीरियड्स नहीं होते हैं. खुद को रिलैक्स रखें और नियमित पीरियड साइकिल को वापस लाने के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
 

(Representative Photo:Freepik)

  • 3/10

बीमारी- अचानक से हुए बुखार, सर्दी, खांसी या किसी लंबी बीमारी की वजह से भी पीरियड्स में देरी हो सकती है. ये अस्थायी रूप से होता है और एक बार जब आप बीमारी से ठीक हो जाते हैं, तो आपके पीरियड्स फिर से नियमित हो जाते हैं.
 

(Representative Photo:Freepik)

  • 4/10

दिनचर्या में बदलाव- शेड्यूल बदलना, नाइट शिफ्ट में काम करना, शहर से बाहर आना-जाना या फिर घर में किसी शादी या फंक्शन के दौरान हमारे रूटीन में कई तरह के बदलाव आ जाते हैं. शरीर को जब इस नए शेड्यूल की आदत हो जाती है या फिर जब हम सामान्य दिनचर्या में वापस आ जाते हैं तो पीरियड्स भी नियमित हो जाते हैं.

(Representative Photo:Freepik)

  • 5/10

ब्रेस्टफीडिंग- बहुत सी महिलाओं को समय पर पीरियड्स आने तब तक शुरू नहीं होते हैं जब तक कि वो बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना बंद नहीं करती हैं. 

(Representative Photo:Freepik)

  • 6/10

बर्थ कंट्रोल पिल्स- बर्थ कंट्रोल पिल्स और कुछ अन्य दवाएं भी पीरियड्स साइकिल को बदल देती हैं. ऐसी दवाएं लेने पर या तो पीरियड्स कम आते हैं या जल्दी-जल्दी आते हैं या बिल्कुल ही आने बंद हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें.

(Representative Photo:Freepik)

  • 7/10

मोटापा- मोटापे की वजह से भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं और जिसकी वजह से पीरियड्स आने में देरी हो सकती है. हालांकि, ये समस्या कम वजन वालों को भी होती है लेकिन मोटापा इसकी एक मुख्य वजह हो सकता है.

(Representative Photo:Freepik)

  • 8/10

प्री मेनोपॉज- मेनोपॉज से पहले महिलाओं के शरीर में आंतरिक रूप से कई तरह के बदलाव आते हैं. इसकी वजह से पीरियड्स देरी से या समय से पहले आने लगते हैं.
 

(Representative Photo:Freepik)

  • 9/10

दुबलापन- अगर आपके शरीर में पर्याप्त फैट नहीं है तो भी आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं. नियमित पीरियड्स के लिए हेल्दी वजन जरूरी होता है. 

(Representative Photo:Freepik)

  • 10/10

थायराइड- गर्दन में स्थित थायरॉयड ग्रंथि, मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है. यह शरीर के कई कार्यों में भी भूमिका निभाती है. अगर आपको थायराइड संबंधित कोई समस्या है तो इसका असर पीरियड्स पर भी पड़ता है. अगर आपको थायराइड की दिक्कत है तो पीरियड्स को समय पर लाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.

(Representative Photo:Freepik)

4 महीने से पीरियड नहीं आए तो क्या करें?

1 कम या अधि‍क उम्र में माहवारी की शरुआत होना कई बार माहवारी में अनियमिता पैदा करता है, जो कि सामान्य बात है। समय के साथ इसका नियमन होता, अत: चिंता की बात नहीं है। 2 वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा भी माहवारी में अनियमितता का एक प्रमुख कारण है। कई बार यह समस्या थायरॉइड के कारण होती है, अत: डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।

5 महीने से पीरियड नहीं आया तो क्या करें?

वैसे तो पीरियड्स मिस होने की सबसे कॉमन वजह प्रेग्नेंसी होती है लेकिन अगर आप प्रेग्नेंसी (Pregnancy) प्लान नहीं कर रही हैं और फिर भी आपके पीरियड्स मिस हो रहे हैं तो इसकी कई वजहें हो सकती हैं..
हल्दी हल्दी को वार्मिंग जड़ी बूटी भी माना जाता है. ... .
अदरक ... .
दालचीनी- ... .
सौंफ- ... .
अनानास- ... .
कच्चा पपीता-.

3 महीने तक पीरियड ना आए तो क्या करें?

जी हां पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी पीरियड लेट या जल्दी होने की कॉमन वजह मानी जाती है. आजकल महिलाओं में ये समस्या तेजी से फैलती जा रही है. आपको बता दें कि यह समस्या आजकल कॉमन सी हो रही है, इस वजह से आपको कम या ज्यादा फ्लो हो सकता है. इस समस्या के होने पर चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

पीरियड ना आने से कौन सी बीमारी होती है?

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक सामान्य स्थिति है जो माहवारी नहीं आने के तीन मामलों में से एक के रूप में जिम्मेदार है। आपकी माहवारी नहीं आने का कारण होने के साथ-साथ, पीसीओएस के अन्य लक्षणों में शरीर पर अत्यधिक बाल, गर्भवती होने में समस्‍या और वज़न बढ़ने जैसी समस्याएं शामिल हैं।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग