नीच भारत की कुछ झीलों के नाम दिए गए हैं। इन्हे प्रकृति तथा मानव निर्मित वर्गो में बाँटिए।
(क) वुलर, (ख) डल, (ग) नैनीताल, (घ) भीमताल, (ङ) गोबिंद सागर, (च) लोकताक, (छ) बारापानी, (ज) चिल्का, (झ) सांभर, (य) राणा प्रताप सागर, (ट) निज़ाम सागर, (ठ) पुलीकट, (ड) नागार्जुन सागर, (ढ) हीराकुंड
प्राकृतिक झीलें- (क) वुलर, (ख) डल, (ग) नैनीताल, (घ) भीमताल, (ङ) लोकताल, (च)बारापान, (छ) चिल्का, (ज) सांभर, (झ) पुलीकट।
मानव निर्मित झीले- (क) गोबिंद सागर,(ख) राणा प्रताप सागर,
(ग) निज़ाम सागर, (घ) नागार्जुन सागर, (ङ) हीराकुंड।
लघु उत्तरीय प्रश्न 1 जल विभाजक का क्या कार्य है एक उदाहरण दीजिए?
एक अपवाह द्रोणी को दूसरे से अलग करने वाली सीमा को 'जल विभाजक' या 'जल-संभर' (Watershed) कहते हैं। बड़ी नदियों के जलग्रहण क्षेत्र को नदी द्रोणी जबकि छोटी नदियों व नालों द्वारा अपवाहित क्षेत्र को 'जल-संभर' ही कहा जाता है। नदी द्रोणी का आकार बड़ा होता है, जबकि जल-संभर का आकार छोटा होता है।
जलविभाजक का क्या कार्य है एक उदाहरण दीजिए?
उस स्थान से या तो एक ही बड़ी नदी में पानी जलसंभर क्षेत्र से निकास कर के आगे बह जाता है, या फिर किसी सरोवर, सागर, महासागर या दलदली इलाक़े में जा के मिल जाता है। इस सन्दर्भ में कभी-कभी जलविभाजक शब्द का भी प्रयोग होता है क्योंकि भिन्न-भिन्न जलसंभर किसी भी विस्तृत क्षेत्र को अलग-अलग जल मंडलों में विभाजित करते हैं।
जल विभाजक का क्या कार्य है एक उदाहरण दीजिए 3 संविधान संस्थाओं की चर्चा करता है उसका मूल्यों से कुछ?
देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ भारत का निर्माण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
जल विभाजक क्या कार्य है?
FAO के अनुसार जल विभाजक वह भौगोलिक इकाई है जो समान विन्दु की तरफ जल प्रवाह को निर्धारित करता है । वस्तुतः नदी बेसिन अथवा अपवाह प्रदेश अनेक जल विभाजक प्रदेश का मिश्रित भौगोलिक स्वरूप है ।